( जसवीर सिंह हंस ) मुख्यमंत्री श्री जय राम ठाकुर ने विश्व क्षयरोग दिवस के अवसर पर आज ऊना में मुख्यमंत्री क्षयरोग निवारण योजना के अंतर्गत ‘क्षयरोग मुक्त हिमाचल अभियान’ का शुभारंभ करते हुए कहा कि राज्य सरकार 2025 तक क्षयरोग का उन्मूलन करने के लिये वचनबद्ध है। उन्होंने कहा कि इसके लिये सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि किसी समय क्षयरोग को लाईलाज़ बीमारी माना जाता था, लेकिन उपयुक्त एवं समयबद्ध उपचार से अब इसका ईलाज़ संभव है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग ने इस बीमारी के बारे में जागरूकता उत्पन्न करने का सराहनीय कार्य किया है। उन्होंने कहा कि इस बीमारी के प्रति सामाजिक लांछन व गल्त धारणा काफी हद तक समाप्त हो चुकी है। उन्होंने कहा कि समाज से क्षयरोग के निवारण के लिये जागरूकता आवश्यक है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार क्षयरोग को पूरी तरह समाप्त करने के लिये विभाग को हर संभव सहायता प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश एक ऐसा राज्य है जो राज्य को क्षयरोग मुक्त बनाने के लक्ष्य को हासिल कर सकता है। उन्होंने क्षयरोग के उन्मूलन तथा इसे इतिहास बनाने के लिये विभाग को समर्पण तथा प्रतिबद्धता के साथ कार्य करने को कहा। इस अवसर पर क्षयरोग उन्मूलन कार्यक्रम पर एक लघु पुस्तिका का भी विमोचन किया गया। मुख्यमंत्री ने नर्सिंग कालेज के विद्यार्थियों को इस अवसर पर पुरस्कार भी वितरित किए।
स्वास्थ्य मंत्री श्री विपिन सिंह परमार ने कहा कि राज्य सरकार क्षयरोग को 2025 तक राज्य से समाप्त करने के लिये कृतसंकल्प है। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य ‘यूनाईट टू एंड टीबी’ (क्षयरोग का खात्मा करने के लिये एकजुट) है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश लोगों को क्षयरोग के लिये गुणात्मक चिकित्सा उपचार प्रदान करने में अन्य राज्यों से बेहतर है। उन्होंने कहा कि क्षयरोग निवारण के लिये बजट में दो करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।
स्वास्थ्य निदेशक डा. बलदेव ठाकुर ने स्वागत करते हुए विभाग की विभिन्न गतिविधियों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि प्रदेश इस कार्यक्रम को शुरू करने वाला देश का पहला राज्य है। ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री वीरेन्द्र कंवर, सांसद अनुराग ठाकुर, भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सतपाल सत्ती, विधायक बलवीर चौधरी, पूर्व मंत्री प्रवीण शर्मा सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
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