जिला कुल्लू के भुंतर नगर परिषद के तहत आने वाले वार्ड नंबर-3 के अनुसुचित जाति के लोगों के बच्चों का भविष्य खतरे में पड़ गया है। यहां पर रह रहे अनुसूचित जाति के लोगों के बच्चों को जाति प्रमाण पत्र नहीं मिल रहा है जिस कारण यहां के लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
उधर, इस मामले को लेकर महिला आयोग की पूर्व अध्यक्षा अंबिका सूद इस मामले को लेकर प्रभावित लोगों के साथ बुधवार को उपायुक्त कार्यालय पहुंची और समस्या के समाधान की अपील की। अंबिका सूद ने बताया कि वार्ड में कुछ ऐसे लोग रह रहे हैं जो सफाई कर्मी हैं या अन्य कार्य करते हैं। यह लोग पिछले 35-40 वर्षों से यहां रह रहे हैं। इनके घरों में बिजली के मीटर व पानी के मीटर भी लगे हुए हैं।
बिजली का बिल भी देते हैं और पानी का बिल भी देते हैं। यही नहीं यह लोग करदाता भी हैं और मतदाता भी हैं लेकिन इनके बच्चों को अनुसूचित जाति के प्रमाण पत्र नहीं मिल रहे हैं। उन्होंने हैरानी जताई है कि इन लोगों को स्वयं जाति के प्रमाण पत्र मिले हुए हैं और बहुत सारे लोग यहीं पर पढ़े हैं लेकिन इनके बच्चों को अब जाति प्रमाण पत्र इसलिए नहीं दिए जा रहे हैं क्योंकि राजस्व रिकॉर्ड में इनका नाम दर्ज नहीं है।
जिस कारण यहां के लोगों को अपने बच्चों की पढ़ाई-लिखाई करना मुश्किल में पड़ गई हैं। न तो इनके बच्चों को जाति लाभ मिल रहा है और बच्चों की स्कूली शिक्षा भी बाधित हो रही है। उधर, उपायुक्त कुल्लू युनूस ने इस समस्या के समाधान का आश्वासन दिया है और कहा है कि जो भी हो सकता है इन बच्चों के भविष्य को बनाने के लिए किया जाएगा। अंबिका सूद ने भी कहा है कि कोई न कोई समाधान निकालना चाहिए ताकि इन गरीब लोगों के बच्चों को लाभ मिल सके।