ऐतिहासिक मेला मैदान में ग्रीष्मोत्सव का शुभारम्भ

( जसवीर सिंह हंस )   घुमारवीं स्थित सीर खड्ड के किनारे ऐतिहासिक मेला मैदान में पांच दिवसीय जिला स्तरीय ग्रीष्मोत्सव घुमारवीं का आज विधायक घुमारवीं राजेन्द्र गर्ग द्वारा खुंटा गाड़ कर व बैल पूजन कर तथा ग्रीष्मोत्सव  ध्वज को फहराकर मेले का विधिवत रूप से शुभारम्भ किया गया ।

इस अवसर पर अपने सम्ंबोधन में उन्होनें कहा कि मेलों के आयोजन से जहां हमारी प्राचीन सांस्कृतिक विरासत का प्रचार-प्रसार व संवर्धन होता है वहीं राष्ट्रीय एकता, सद्भावना व बंधुत्व की भावना को भी बल मिलता है। मेले त्यौहार और पर्व हमारी स्मृद्व सस्कंृति के दर्पण है जिसकी झलक ऐसे उत्सवों के आयोजन पर हमें देखने को मिलती है।

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उन्होनें अपने सम्बोधन में कहा कि घुमारवीं क्षेत्र को पर्यटन के क्षेत्र में विकसित करने के लिए सम्भावनाएं तलाशी जा रही है जिसके लिए एक कार्य योजना बनाई गई है जिसको शीघ्र ही अमलीजामा पहनाया जाएगा।उन्होनें कहा कि घुमारवीं क्षेत्र के सौन्र्दयकरण के लिए व्यापक प्रयास किए जाएगें ताकि लोगों को स्वच्छ और सुन्दर वातावरण उपलब्ध करवाया जा सके। उन्होनें कहा कि आने वाले दिनों में घुमारवीं क्षेत्र की सभी सड़कों को चकाचक का दिया जाएगा ताकि लोगों के आवागमन में और अधिक सुविधा उपलब्ध करवाई जा सके।

उन्होनें कहा कि घुमारवीं क्षेत्र में पार्किंग व्यवस्था के लिए शीघ्र ही गाडियों के पार्किंग स्थल निर्धारित किया जा रहा है, जिसमें 50 से 100 गाडिंया खडी करने की सुविधा उपलब्ध होगी। उन्होनें बताया कि घुमारवीं क्षेत्र की कूडे कचरे के निष्पादन की समस्या के निदान के लिए व्यापक पग उठाए जा रहे है।

उन्होनें कहा कि घुमारवीं क्षेत्र के समुचित विकास के लिए हर सम्भव प्रयास करके इसे आर्दश विधानसभा क्षेत्र बनाया जाएगा। मुख्यातिथि राजेन्द्र गर्ग ने इस अवसर पर जिला स्तरीय ग्रीष्मोत्सव मेला समिति को 21 हजार रूपये का राशी देने की घोषणा की।

इससे पूर्व समारोह स्थल पर उपमण्डाधिकारी एंव जिला स्तरीय ग्रीष्मोत्सव समिति के अध्यक्ष घुमारवीं शशी पाल शर्मा ने मुख्यातिथि को शाॅल व टोपी पहनाकर सम्मानित किया, जबकि नगर परिषद उपाध्यक्ष घुमारवीं व पार्षदों  तथा व्यापार मण्डल के प्रधान व सदस्यों ने मुख्यातिथि को समृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।

उपमण्डाधिकारी एंव जिला स्तरीय ग्रीष्मोत्सव समिति के अध्यक्ष शशी पाल शर्मा ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि मेले व उत्सव हमारी प्राचीन संास्कृतिक धरोहर है जिन्हें सजोए रखना हम सब का कर्तव्य है । उन्होंने कहा कि मेले व उत्सवों के आयोजन से जहां लोगों में परस्पर प्रेम व भाईचारे की भावना सुदृढ होती है वहीं समाज को एकता के सूत्र में पिरोकर आगे बढने के लिए भी एक सौहार्दपूर्ण वातावरण उपलब्ध होता है ।

उन्होने जानकारी देते हुए बताया कि 6 अप्रैल को दुधारू गाय व भैसों का पशुमेला तथा 6 व 7 अप्रैल को फुटबाल, कबडडी, बैडमिंटन, बास्केटबाल, बाॅलीबाल की 6 प्रतियोगितायें आयोजित की जायेगीं जबकि 7 अप्रैल को बेवी शो व बजुर्ग शो का भी आयोजन किया जा रहा है। शशी पाल शर्मा ने बताया कि मेले का विशेष आर्कषण छिन्ज प्रतियोगिता 8 व 9 अप्रैल को होगी।

जिसमें 17 वर्ष से कम उम्र के पहलवानों की बाल केसरी, 17 वर्ष से 23 वर्ष तक की आयु के पहलवानों की हिमकुमार व सामान्य वर्ग की कुश्तियों का आयोजन भी किया जा रहा है। उन्होने बताया कि 6 अप्रैल से 9 अप्रेैल तक जिला के लोक कलाकरों के अतिरिक्त प्रदेश के ख्याति प्राप्त कलाकार व अन्य राज्यों के नामी कलाकार सांस्कृतिक संध्याओं में अपनी कला का प्रदर्शन कर लोगों का भरपूर मनोरंजन करेगें ।

इस अवसर पर इशिता और परि ने स्वरस्वति वन्दना तथा महिला मण्डल कन्जयोटा, अमरपुर की महिलाओं ने रगां-रंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर वहां मौजूद लोगों से खूब वाहवाही लूटी।इससे पूर्व मुख्यातिथि द्वारा विभिन्न विभागों, स्वयं सेवी तथा धार्मिक संस्थाओं द्वारा लगाई गई प्रदर्शनियों का शुभारम्भ व अवलोकन भी किया गया ।
इस अवसर पर नगर परिषद उपाध्यक्ष, व्यापार मण्डल के अध्यक्ष व सदस्य, व समस्त पार्षद, विभिन्न पंचायतों के प्रधान व उपप्रधान तथा पंचायती राज संस्थाओं के सदस्य के अतिरिक्त विभिन्न विभागों के अधिकारी, तथा अन्य गणमान्य लोग भारी संख्या में उपस्थित रहे ।

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