( जसवीर सिंह हंस ) ज़िला ऊना पुलिस द्वारा पिछले कई दिनों से नशे के खिलाफ जबरदस्त अभियान छेड़ा गया है । इसी को लेकर इलाके में कई ऐसे लोगों को पकड़ा गया जो काफी समय से नशा बेचने में संलिप्त पाए गए हैं । ताज़ातरीन मामले का हवाला देते हुए पुलिस जानकारी के अनुसार मामले में पकड़े गए एक आरोपी अनिल उर्फ डीसी निवासी पुलवाला बाजार ऊना ने पुलिस अधिकारियों के समक्ष खुलासा किया है कि पुलिस का एक हेड कांस्टेबल बृजभूषण पहले SIU स्पेशल इन्वेस्टीगेशन यूनिट में कार्यरत था वह उससे नशा बेचने की एवज में 4000 प्रतिमाह लिया करता था । वही ताजा जानकारी के अनुसार हेड कांस्टेबल बृजभूषण को हल्का हार्ट अटेक आया है व उसको हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया है
इसी के साथ नशा बेचने के आरोपी अनिल उर्फ डीसी पुत्र राधा कृष्ण, निवासी पुल वाला बाजार ऊना ने बहुत बड़ा खुलासा करते हुए पुलिस अधिकारियों के समक्ष बताया कि एक पूर्व अधिकारी उस पर अपनी मेहरबानी रखते हुए उससे ₹25000 महीना लेता था । पुलिस अधीक्षक के अनुसार इस मामले में अभी कई खुलासे होने और बाकी हैं इसकी तहकीकात गहनता से चल रही है पुलिस अधीक्षक ऊना दिवाकर शर्मा के अनुसार यह केस हिमाचल के डायरेक्टर जनरल पुलिस को भी भेज दिया गया है ।
जिला ऊना में पुलिस अधीक्षक दिवाकर शर्मा की अगुवाई में नशा माफिया के खिलाफ यह एक बड़ी कार्रवाई बताई जा रही है । नशे का कारोबार करने वाले आरोपी ने जिस तरह से एक पूर्व अधिकारी एवं पुलिस कर्मचारी का नाम लिया है उससे नशे के विरुद्ध कार्रवाई करने वाली SIU (स्पेशल इन्वेस्टीगेशन यूनिट) भी संदेह के घेरे में आ गई है । लोगों का यह भी कहना है कि अभी तो कुछ ही खुलासे हुए हैं लेकिन पता नहीं इस धंधे में कितने और पुलिसकर्मी भी शामिल हो सकते हैं जिन्होंने इलाके में करोड़ों रुपए की संपत्ति अर्जित की हुई है उनकी भी जांच होनी चाहिए ।
वहीं इस मामले में जिस अधिकारी का नाम लिया गया है वह जिला ऊना के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रह चुके हैं इस बारे में जब एएसपी मदनलाल से बात की गई तो उन्होंने कहा कि जो आरोपी पकड़ा गया है उसने मुझे ही क्यों टारगेट बनाया है मेरी समझ से परे है । एएसपी मदनलाल ने कहा कि जब भी उनके पास इस तरह के केस आते थे वह उसे थाने कार्रवाई के लिए भेज देते थे । बताते चलें कि उस वक्त जिला पुलिस अधीक्षक के पद पर अनुपम शर्मा तैनात थे ।