मुख्यमंत्री श्री जय राम ठाकुर ने आज रोहड़ू उपमंडल के तहत उप-तहसील टिक्कर में आगजनी से प्रभावित कशैणी गांव में पीड़ितों से भेंट की तथा प्रभावित स्थल का दौरा भी किया।इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस घटना में जिन लोगों के घर जल गए हैं, उन्हें घर बनाने के लिए 2 लाख 52 हजार रुपये प्रदान किए जाएंगे, उन्होंने कहा कि आग से प्रभावित गांव में सड़क निर्माण के लिए पर्याप्त धन राशि प्रदान की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कशैणी गांव में पेयजल की कमी को दूर करने के लिए सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग को निर्देश देते हुए कहा कि गांव के लिए पेयजल आपूर्ति योजना के संवर्द्धन के लिए समयबद्ध कदम उठाए जाएं और इसके लिए जरूरी कार्य अति शीघ्र पूर्ण किया जाए।मुख्यमंत्री ने कहा कि आगजनी पीड़ितों को फौरी राहत के रूप में 10-10 हजार रुपये की सहायता राशि प्रशासन द्वारा प्रदान कर दी गई है और सामुदायिक रसोई का प्रावधान भी किया गया है।
उन्होंने कहा कि आगजनी प्रभावितों को घर बनाने के लिए टीडी के माध्यम से लकड़ी प्रदान की जाएगी तथा लकड़ी की अतिरिक्त आवश्यकता होने पर वन निगम द्वारा उपदान पर लकड़ी उपलब्ध करवाने के प्रयास किए जाएंगे।
उन्होंने कहा आगजनी प्रभावित जिन लोगों ने राज्य सहकारी बैंक या अन्य बैंकों से ऋण लिया हुआ है, उनके ऋण की रिकवरी प्रक्रिया एक वर्ष तक रोकने के लिए प्रयास किए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अग्निशमन टैंडर कशैणी गांव से तब तक हटाए नहीं जाएंगे, जब तक कि प्रभावित स्थल में मलबे के बीच सुलगती हुई आग या धुआं पूरी तरह शांत नहीं हो जाता। आगजनी प्रभावित क्षेत्र में मलबा हटाने के लिए भी सरकार द्वारा कदम उठाए जाएंगे।मुख्यमंत्री ने कहा कि आगजनी से प्रभावित एक परिवार जिसकी बेटी का विवाह आगामी कुछ दिनों में होना तय किया गया था, कि शादी के लिए भी सरकार द्वारा यथासंभव सहायता प्रदान की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कशैनी गांव के लोगों से आग्रह किया कि यदि वह आगजनी में प्रभावित स्थल पर ही पुनः घर बनाना चाहते हैं तो सरकार यहां तक सड़क बनाने के लिए प्रावधान करेगी। यदि वह किसी अन्य स्थल पर बसना चाहते हो तो इसके लिए सरकार जगह चिन्हित करने का प्रयास करेगी। उन्होंने कहा कि गांव के लोग यह निर्णय एकजुट होकर लें, सरकार उन्हें हर संभव मदद प्रदान करेगी।
श्री जय राम ठाकुर ने कहा कि आगजनी प्रभावित गांव के लोगों के लिए सामाजिक संस्थाओं को भी आगे आना चाहिए।
उन्होंने लोगों से वर्तमान हालात का दृढ़ता के साथ सामना करने का आह्वान करते हुए कहा कि इस क्षेत्र व गांव के लोगों तथा प्रशासन द्वारा समयबद्ध उठाए गए कदमों के फलस्वरूप बहुत से लोगों के मकान आगजनी से बचाए जा सके हैं।
विधायक श्री नरेंद्र बरागटा ने मुख्यमंत्री को घटना के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए प्रशासन द्वारा आगजनी को काबू करने के लिए किए गए प्रयासों की सराहना की।
उन्होंने कहा कि कशैणी गांव का इतिहास बहुत पुराना है तथा इस क्षेत्र के लोगों ने विभिन्न क्षेत्रों में प्रदेश तथा समाज के विकास के लिए योगदान दिया है। उन्होंने मुख्यमंत्री से लोगों के पुनर्वास व उन्हें जमीन प्रदान करने सहित अन्य समस्याओं को दूर करने का आग्रह किया।
इस अवसर पर महापौर नगर निगम शिमला श्रीमती कुसुम सदरेट, अध्यक्ष राज्य सहकारी बैंक श्री खुशी राम बालनटाह, मुख्यमंत्री के ओएसडी श्री शिशु धर्मा, भाजपा नेता शशि बाला, पूर्व उपाध्यक्ष, एचपीटीडीसी श्री हरीश जनारथा, उपायुक्त शिमला श्री अमित कश्यप, पुलिस अधीक्षक श्री ओमापति जम्वाल और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।