( जसवीर सिंह हंस ) पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदंबरम और उनके परिवार के खिलाफ अवैध संपत्ति और बैंक खाते रखने के लिए ब्लैक मनी एक्ट के अंतर्गत चार्जशीट दाखिल होने के मामले में अपनी प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज यहां कहा कि इससे साफ हो जाता है कि पूर्व यूपीए सरकार में बहुत व्यापक स्तर पर भ्रष्टाचार का बोलबाला था।
उन्होंने कहा कि यह आश्चर्यजनक है कि आयकर विभाग के अनुमान के मुताबिक, पी. चिदंबरम की विदेश में तीन अरब डॉलर की संपत्ति है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे यह भी पता चलता है कि सर्वाच्च न्यायालय के आदेश के बावजूद तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने कालाधन के खिलाफ एसआईटी का गठन करने में अपने पांव पीछे खींच लिए थे।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्रह नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार ने सबसे पहला निर्णय काला धन के खिलाफ लड़ने के लिए एसआईटी के गठन का लिया था। उन्होंने कहा कि अपने चार वर्ष के कार्यकाल में भाजपा ने केंद्र में ईमानदार व भ्रष्टाचार मुक्त सरकार की मिसाल कायम की है।
प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी एक नायक के तौर पर उभरे हैं और सरकार गरीबों और आम आदमी के हितों के लिए कार्य कर रही है। यह पहली बार हुआ है कि समूचे विश्व में सबसे तेज बढ़ने वाली आर्थिकी भारत की है, जिसका श्रेय मोदी सरकार को जाता है। जय राम ठाकुर ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से सवाल किया कि उन्होंने अभी तक विदेश में अवैध संपत्ति के मामले में पी. चिदंबरम के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है।