धन धन श्री गुरू गोबिंद सिंह साहिब महाराज जी की चरणछो प्राप्त ऐतिहासिक गुरूद्वारा श्री दशमेश अस्थान साहिब नाहन में अब दशमेश रोटी बैंक के तहत गरीबों व जरूरतमंद लोगों का पेट भरेगा। शहर में पहली बार यह पहल दशमेश सेवा सोसायटी ने की है। सोसायटी का मकसद गरीबों को रोजाना भोजन उपलब्ध करवाने के लिए राशन वितरित करना है। आज दशमेश सेवा सोसायटी ने दशमेश रोटी बैंक की शुरूआत की है।
दशमेश रोटी बैंक का मुख्य उद्देश्य गरीब व असहाय लोगों को प्रत्येक माह पर्याप्त राशन व भोजन उपलब्ध करवाना है। सोसायटी के अध्यक्ष स्वैच्छा से सेवानिवृत हुए शिक्षक सरबजीत सिंह ने बताया कि आज इस मंहगाई के दौर में अनेकों परिवार ऐसे है जो अपना व अपने परिवार का पालन पोषण करने में असमर्थ है और तीन समय की रोटी की जगह उन्हें एक व दो समय ही रोटी मिल पाती है। जिसको देखते हुए आज सोसायटी ने ऐसे लोगों की मद्द को आगे आते हुए दशमेश रोटी बैंक की शुरूआत की है। सरबजीत सिंह ने बताया कि इस दौरान दिव्यांग परिवारों, विधवा महिलाओं के परिवारों समेत अपने बच्चों से अलग रहने वाले बजुर्ग दंपतियों को प्रत्येक माह राशन मुहैया करवाया जाएगा।
शादी समारोह हो या फिर कोई अन्य कार्यक्रम आज लोग अपनी अच्छी पहचान दिखाने के लिए अलग अलग पकवान बनाकर लोगों को परोसते तो है। लेकिन यह सही मुंह में नहीं जा पाता। शादी समारोह हो या फिर अन्य कार्यक्रम खाद्य सामग्री की बर्बादी आम देखने को मिलती है। जो सही नहीं है। सरबजीत सिंह ने कहा कि ऐसे भोजन को बर्बाद न कर लोगों को चाहिए कि वह बड़े बड़े कार्यक्रमों से हटकर जरूरतमंत लोगों की उन्हीं कार्यक्रमों से धन बचाकर मद्द को आगे आए। ताकि हमारे समाज में कोई भी खाली पेट न सोये।
सोसायटी ने भी इसी कड़ी में एक पहल दशमेश रोटी बैंक शुरू करके की है। जिसमें कोई भी व्यक्ति अपना योगदान पाकर जरूतमंद लोगों की सेवा कर सकता है। रोटी बैंक के तहत प्रत्येक माह के प्रथम सप्ताह में जरूरतमंद लोगों को पूरे माह का राशन दिया जाएगा।
सोसायटी के उपाध्यक्ष एवं पूर्व पाषर्द दलबीर सिंह ने बताया कि आज दशमेश रोटी बैंक के तहत गुरूद्वारा श्री दशमेश अस्थान साहिब नाहन में करीब 4 दर्जन से अधिक लोगों को राशन वितरित किया गया। इस दौरान दशमेश रोटी बैंक के तहत करीब डेढ क्विंटल आटा, 80 किलो दालें एवं 50 किलो चावल वितरित किए गए है। दलबीर सिंह ने बताया कि सोसायटी का प्रयास है कि ऐसे लोगों को अब आगामी प्रत्येक माह के प्रथम सप्ताह में महीनें भर का राशन मुहैया करवाया जाए। ताकि इनको अपने परिवारों के पालन पोषण करने में परेशानी न आए।