गुम्मा स्टेशन से शिमला को मिलेगा तीन एमएलडी अतिरिक्त पानी

 

गुम्मा पंपिग स्टेशन से अब शिमला शहर के लिए प्रतिदिन लगभग 14 एमएलडी पानी मिलेगा, जो पहले केवल 11 एमएलडी प्राप्त हो रहा था। इससे शिमला में और अधिक क्षेत्रों को पानी की आपूर्ति हो सकेगी।

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नौटी खड्ड से शिमला के लिए पानी की आपूर्ति बढ़ाने के संबंध में सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य मंत्री महेन्द्र सिंह ठाकुर ने आज गुम्मा का दौरा कर ग्रांम पंचायत देवला, मझीवड़ तथा गुम्मा के जन प्रतिनिधियों तथा आम लोगों के साथ एक बैठक की। लगभग तीन घण्टे तक चली इस बैठक में क्षेत्र के किसानों ने अपने खेतों की सिंचाई के उद्देश्य से किए जा रहे कूहलों के उपयोग पर मंत्री के साथ विस्तार से विचार-विमर्श के बाद मंत्री के आग्रह पर इस बात पर सहमति जताई कि वे गुम्मा पंपिंग स्टेशन के लिए अब 12 घण्टे की बजाए 15 घण्टे पानी छोडें़गे। इसकी समय- सारिणी पर सहमति बनी की नित्य प्रति सांय तीन बजे से प्रातः छः बजे तक गुम्मा पम्पिंग स्टेशन के लिए पानी उपलब्ध करवाया जाएगा, जबकि शेष नौ घण्टे लोग कूहलों का उपयोग कर अपनी फसलों की सिंचाई कर सकेंगे।

सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य मंत्री ने लोगों के इस उदार दृष्टिकोण की सराहना करते हुए उनका आभार जताया कि लोगों ने मानवता का परिचय दिया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार क्षेत्र के किसानों के हितों की रक्षा के लिए सदैव तत्पर है और उनकी यथासंभव सहायता की जाएगी। उन्होंने स्थानीय लोगों की मांग पर गुम्मा क्षेत्र की सभी पुशतैनी कूहलों को पक्का करने का आश्वासन दिया तथा विभाग को इनकी डीपीआर तैयार करने को कहा। लोगों का तर्क था कि कूहलें बहुत पुरानी अथवा कच्ची हैं, जिनमें लगभग एक से तीन किलोमीटर तक की दूरी से पानी आ रहा है और खेतों तक महज 50 प्रतिशत पानी ही पहुंच पाता है, शेष पानी बर्बाद हो जाता है।

श्री महेन्द्र सिंह ठाकुर ने गुम्मा पंचायत की कुछ बस्तियों में टुल्लू पंप लगाने के लिए भी विभाग को निर्देश दिए। उन्होंने क्षेत्र में पानी की पुरानी पाईपों को बदलने को भी कहा। उन्होंने कहा कि कहीं पर भी पानी का रिसाव अथवा दुरूपयोग नहीं होना चाहिए और विभाग को इसे रोकने के प्रयास करने चाहिए। उन्होंने नौटी खड्ड पर विभिन्न स्थानों पर चैक डैम लगाने तथा वर्षा जल संग्रहण टैंकों का निर्माण करने की भी बात कही।

इससे पूर्व, मंत्री ने प्रातःकाल गुम्मा पम्पिंग स्टेशन का दौरा कर मशीनरी तथा जल भण्डारण टैंको का बारिकी से निरीक्षण किया। जहां-जहां भी कमी नजर आई, मंत्री ने मौके पर विभागीय अधिकारियों को इसे तुरंत ठीक करने को कहा। उन्होंने विशेष तौर पर फिल्टर टैंकों का निरीक्षण कर पानी की स्वच्छता का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि पानी लिफ्ट करने के लिए बेशक और मशीनरी खरीदी जाए, लेकिन इसमें किसी प्रकार की बाधा नहीं आनी चाहिए।

सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री जय राम ठाकुर स्वयं शिमला शहर में पानी की आपूर्ति की निगरानी कर रहे हैं और इस संबंध में प्रतिदिन उच्च स्तरीय बैठकों का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार वह स्वयं पिछले दो दिनों से फील्ड में जाकर पानी की आपूर्ति की स्थिति का जायजा ले रहे हैं और मौके पर विभागीय अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए जा रहे हैं। वह वीरवार को गिरी पम्पिंग स्टेशन का दौरा कर शिमला के लिए अतिरिक्त पानी उपलब्ध करवाने के प्रयास करेंगे।

उन्होंने कहा कि शहर के लिए जो पानी की आपूर्ति की समय-सारिणी निर्धारित की गई है, इसके अनुसार स्थिति अगले दो-तीन दिनों में बेहतर हो जाएगी। उन्होंने लोगों से पानी का न्यायसंगत उपयोग करने की अपील की है।बैठक में गुम्मा पंचायत की प्रधान मीरा देवी, मझेवट के प्रधान प्रेम प्रकाश, पूर्व प्रधान कृष्णा वर्मा, पंचायतों के सदस्यों में राजेश्वरी, वेद प्रकाश व बड़ी संख्या में इन पंचायतों के लोग उपस्थित थे, जबकि मंत्री के साथ एसडीएम अनिल शर्मा, उप-अधीक्षक पुलिस दिनेश शर्मा, अधिशाषी अभियन्ता राजेश कश्यप, सहायक अभियंता व अन्य विभागों के अधिकारी भी मौजूद रहे।

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