चेतना संस्था बिलासपुर के त्त्वावधान मे यसेवारत जिला दिव्यांग पुर्नवास केन्द्र बिलासपुर द्वारा किसान भवन बिलासपुर में दिव्यांगजनों को निशुल्क सहायक उपकरण वितरण समारोह का आयोजन किया गया। समारोह में विशेष ओलांेपिक भारत की उपाध्यक्ष व हिमाचल विशेष ओलांपिक की अध्यक्ष तथा चेतना संसथा की संस्थापक डाॅ मलिका नड्डा ने बतौर मुख्यातिथि शिरक्त की जबकि उपायुक्त विवेक भाटिया ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। मुख्यातिथि, उपायुक्त व अन्य गणमान्य व्यक्तियों द्वारा सरस्वती मां के चित्र के सम्मुख ज्योती प्रज्जलन की तथा चेतना संस्था के प्रशिक्षार्थियों द्वारा सरस्वती वन्दना प्रस्तुत की गई।
चेतना संस्था की संस्थापक डाॅ मलिका नड्डा ने सम्बोधित करते हुए कहा कि दिव्यांगजन दिव्य पुरूष होते हैं और इनकी सेवा करना ईश्वर की सेवा करने के समान है तथा यह हम सभी का कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि दिव्यांगजन समाज का अभिन्न अंग हैं और इन्होंने यह प्रमाणित भी कर दिया है कि यदि इनकी ओर सही ध्यान दिया जाए और दिशा दी जाए तो यह अपने परिवार प्रदेश और देश का नाम भी रोशन कर सकते है। उन्होंने कहा कि इस दिशा में चेतना संस्था काफी लम्बे समय से अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। उन्होंने सरकार से अनुरोध किया कि ऐसे दिव्यांग बच्चे जिन्होंने विशेष खेलकूद प्रतियोगिताओं में विश्व स्तर पर भारत का नाम रोशन किया है उनके लिए ईनाम राशि के अतिरिक्त रोजगाार की व्यवस्था किया जाना भी अति आवश्यक है।
उन्होंने आश्वासन दिया कि चेतना संस्था जिला पुर्नवास केन्द्र(डीडीआरसी) के माध्यम से जिला के दूरदराज ग्रामीण क्षेत्रों में भी यह सेवा निरन्तर देते रहेंगे। उन्होंने बताया कि यह सभी के लिए गौरव का विषय है कि चेतना संस्था से सम्बन्धित तीन खिलाड़ी छा़त्राओं ने आस्ट्रिया में विशेष ओलोंपिक में भाग लेते हुए छः मैडल प्राप्त किए जिसमें पूजा को 8 लाख, उषा को 6 लाख और शिवांजली को 5 लाख रूपए की राशि ईनाम के रूप में देकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर उपायुक्त विवेक भाटिया ने अपने सम्बोधन में कहा कि दिव्यांग जन समाज का एक अभिन्न अंग है। इन्हें किसी भी दृष्टि से कम नहीं आंका जा सकता । उन्होंने कहा कि दिव्यांगजनों ने अपनी प्रतिभा, श्रेष्ठता और कौशल तथा मेहनत के बल पर बुलंदियों को छू कर विश्व स्तर पर भारत का नाम रोशन किया है। उन्होंनें कहा कि केन्द्र तथा प्रदेश सरकार द्वारा दिव्यांगजनों के उत्थान के लिए विभिन्न योजनाऐ चलाई जा रही है।
इस मौके पर जिला पुर्नवास केन्द्र के नोडल अधिकारी हुकम सिंह ठाकुर द्वारा मुख्यातिथि व अन्य सभी अतिथिगणों का स्वागत किया जबकि डाॅ शिवानी पटियाल द्वारा जिला दिव्यांग पुर्नवास केन्द्र में चलाई जा रही विभिन्न गतिविधियों की जानकारी दी। मुख्यातिथि डाॅ मलिका नड्डा तथा उपायुक्त विवेक भाटिया द्वारा जिला की लगभग 13 पंचायतों से आए 105 चिन्हित दिव्यांगजनों जिन्हें जिला दिव्यांग पुर्नवास केन्द्र की टीम द्वारा अपने सर्वेक्षण के दौरान चिन्हित किया गया था उन्हें 3 लाख 81 हजार रूपए के विभिन्न सहायक उपकरण वितरित किए।
दिव्यांगजनों में राकेश कुमार, मानसी, कांता देवी, अशोक, ब्रहम दास, रोहित, रीता देवी, सुशील कुमार, लीला देवी, श्यामा देवी, जगदीश चंद, लेखराम, बीना देवी, सुमन बेगम इत्यादि को ट्राईसाइ्रकल, व्हीलचैयर, एमआर किट, वाकिंग स्टीक, वाकर, श्रवण यंत्र इत्यादि निशुल्क सहायक उपकरण वितरित किए गए। राष्ट्रीय स्तर पर पटियाला प्रशिक्षण केन्द्र में प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए चयनित जिला के छः खिलाड़ियों निशा शर्मा, मेनका पाल, दीक्षा, दीपा, प्रियंका और शालिनी को भी इस विशेष उपलब्धि के लिए सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर चेतना संस्था के व्यिांग बच्चों द्वारा रंगारंग मनमोहक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। समारोह में जिला कल्याण अधिकारी अमरजीत डोगरा, चेतना संस्था के प्रशासक कश्मीर सिंह ठाकुर, व्यापार मंडल के प्रधान स्वतंत्र सांख्यान, नीना कौशल, प्रेम लाल बीना, जगदीश दिनेश, सोहन लाल ठाकुर, प्रियंका, सूर्य नेगी, विक्रंात, अनूप, अजीत कुमार, अश्वनी, राम लाल पुंडीर , जेके नड्डा, सुभद्रा नड्डा, अमर सिंह काशव, विनोद कुमार के अतिरिक्त अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।