मुख्यमंत्री श्री जय राम ठाकुर से आज यहां 2017 बैच के भारतीय वन सेवा के परिवीक्षाधीन अधिकारियों ने मुलाकात की। ये अधिकारी हिमाचल प्रदेश के दौरे पर हैं। मुख्यमंत्री ने प्रोबेशनर्स के साथ बातचीत करते हुए कहा कि पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में देश को उनसे बड़ी उम्मीदें हैं। उन्होंने कहा कि पर्यावण समूचे विश्व के लिए सबसे बड़ी चुनौती के रूप में उभरा है और इस परिदृष्य में वन अधिकारियों को एक बड़ी भूमिका का निर्वहन करना है। उन्होंने पर्यावरण की रक्षा के लिए नवीनतम तकनीक और अनुसंधान के उपयोग की आवश्यकता पर बल दिया।
श्री जय राम ठाकुर ने कहा कि पर्यावरण अवकर्षण और ग्लोबल वार्मिंग की चुनौतियों के मद्देनजर वन आवरण में वृद्धि करने की नितान्त आवश्यकता है। यहां तक कि हिमाचल प्रदेश में जहां 67.5 प्रतिशत क्षेत्र वनों के अधीन है, में भी हरित आवरण को बढ़ाने की आवश्यकता महसूस की जा रही है।
उन्होंने प्रोवेशनर्स से कहा कि उन्हें अधिकारियों की तरह व्यवहार न करके अपने आप को समाज के साथ जोड़ना चाहिए ताकि वे बुनियादी मुद्दों तथा लोगों की आकांक्षाओं को समझ सके। इस तरह वे लोगों के साथ बातचीत करने तथा पर्यावरण और जल संरक्षण जैसे मुद्दों के बारे में बेहतर ढंग से संवाद करने में सक्षम होंगे। मुख्यमंत्री ने भविष्य में उनकी सफलता और राज्य में खुशनुमा ठहराव की कामना की ।अतिरिक्त मुख्य सचिव (वन) तरूण कपूर तथा राज्य वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर मौजूद रहे।