( धनेश गौतम ) देवभूमि जागरण मंच कुल्लू द्वारा एक समुदाय विशेष के
खिलाफ छेड़ी मुहिम ने राजनीतिक रंग पकड़ लिया है। मंच ने जहां युवा
कांग्रेस के महासचिव एवं अल्प संख्यक प्रकोष्ट के प्रदेश अध्यक्ष आरिफ
खान को बर्खास्त करने की मांग उठाई थी वहीं युवा कांग्रेस ने मंच को
करारा जवाब दिया है। युवा कांग्रेस के अध्यक्ष हीरालाल पुजारी ने स्पष्ट
कहा है कि मंच हमारे महासचिव को बर्खास्त करने की मांग करने बाला कौन
होता है। उन्होंने कहा है कि शहर में साम्प्रदायिकता फैलाने का काम हरगिज
सहन नहीं किया जाएगा और मंच के पास कौन सा अधिकार है कि समुदाय विशेष की
जांच पड़ताल करने में जुटा है। उन्होंने कहा कि यह काम प्रशाशन का है।
उन्होंने कहा कि महासचिव युवा कांग्रेस कुल्लू एवं सदस्य, राज्य
अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ कांग्रेस पार्टी आरिफ खान को बर्खास्त करने की मांग
के संदर्भ में मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि वे कांग्रेस पार्टी के
कर्मठ एवं समर्पित कार्यकर्ता ही नहीं बल्कि एक सामाजिक कार्यकर्ता भी
हैं जो लंबे समय से समाजसेवा में लगे हुए हैं। अत: देव भूमि जागरण मंच को
आरिफ खान को बर्खास्त करने की मांग का अधिकार नहीं है, जबकि आरिफ खान
ने कुल्लू शहर में कुछ स्थानीय लोगों द्वारा कानून अपने हाथ में लेकर
प्रवासी लोगों के पहचान पत्रों की जांच पड़ताल अपने स्तर पर करने पर आपति
की थी और मांग की थी कि जिला प्रशासन कानून के अनुसार शहर में रह रहे सभी
प्रवासियों की आईडी इत्यादि की गहनता से जांच करें और सभी प्रवासी पुलिस
थाने में अपना पंजीकरण करवाऐं ताकि असामाजिक तत्व तथा अपराधिक प्रवृति के
लोगों को चिंहित कर उनके विरुद्ध कानुनी कार्यवाही की जा सके।
अत: युवा कांग्रेस यह मांग करती है कि यह जांच पड़ताल जिला प्रशासन द्वारा
निष्पक्ष रूप से हो, किसी समुदाय विशेष को निशाना न बनाया जाए। चंूकि, गत
दिनों देव भूमि जागरण मंच द्वारा जांच-पड़़ताल की आड़़ में कानून अपने
हाथ में लेकर शहर में रह रहें समुदाय विशेष से संबंधित प्रवासियों को
निशाना बनाया गया था, जिसके नतीजे में एक संप्रदाय विशेष से संबंधित
प्रवासी लोग भयभीत हैं और असुरक्षित महसूस कर रहें हैं तथा कुछ लोग डर कर
यहां से वापस अपने राज्यों को चले गये हैं।
इस बारे में हमारी मांग है कि यदि कोई प्रवासी गैर कानूनी गतिविधियों में संलिप्त पाया जाता है तो उसके
विरुद्ध कानुनी कार्यवाही अमल में लाई जाए तथा इस मुहिम को धार्मिक रंग न
दिया जाए और जिला प्रशासन देव भूमि जागरण मंच जैसे संगठनों को कानून हाथ
में लेने की छूट देकर साम्प्रदायिक सौहार्द खराब न करें। क्योंकि यहां पर
कश्मीर से कन्याकुमारी तक विभिन्न प्रांतों के प्रवासी ही नहीं अपितु
नेपाली मूल के लोग भी अपनी आजीविका कमाने की गर्ज से आते हैं और असामाजिक
तत्व किसी भी सम्प्रदाय से संबंधित प्रवासी लोगों में हो सकते हैं तथा गत
दिनों में इस तरह के कई मामले प्रकाश में भी आए हैं और ऐसे असमाजिक
तत्वों को बिलकुल न बख्शा जाए ताकि इस शांत प्रदेश में शांती बनी
रहें। यदि जिला प्रशासन अपनी जिम्मेदारी से पीछे हटते हुए देव भूमि
जागरण मंच के विरुद्ध कानूनी कार्यवाही नहीं करता तो युवा कांग्रेस धरना
प्रदर्शन करने पर मजबूर होगी।