( धनेश गौतम ) मणिकर्ण घाटी के जल्लूग्रां ,शाट व चौंग पंचायतों के लोगों को अब पीने व सिंचाई के पानी के लिए तरसना नहीं पड़ेगा। पीने के पानी के साथ -साथ अब खेतों में भी हरियाली आएगी और क्षेत्र के लोग अपनी आर्थिकी को भी बढ़ा पाएंगे। वर्तमान में इन पंचायतों के लोग जहां पीने के पानी की बूंद- बूंद के लिए तरस रहे हैं वहीं अब खुशखबरी है कि इन गांवों के लोगों को करोड़ों की पेयजल व सिंचाई योजना मंजूर हो चुकी है और इसका निर्माण कार्य शीघ्र शुरू होने जा रहा है। पहले जहां लोग पीने के पानी को तरस रहे थे वहीं अब पीने के पानी के अलावा सिंचाई के लिए भी खुलकर पानी मिलेगा और लोग जहां अपने हल्क गीले कर पाएंगे वहीं खेतों में सिंचाई कर फसलों में हरियाली भी ला पाएंगे।
इस घाटी के लिए करोड़ों की दो पेयजल योजनाएं मंजूर हुई है। पहली योजना 3.86 करोड़ की है जो शाट से उठाई जाएगी और तीन पंचायतों शाट,जल्लूग्रां व चौंग को लाभांवित करेगी। दूसरी उठाऊ पेयजल योजना अपर व लोयर शरशाड़ी के लिए होगी यह परियोजना 1.14 करोड़ रुपए से निर्मित होगी। इन परियोजनाओं में खास बात यह होगी कि एक साथ दो लाइनें चलेगी जिसमें एक लाइन में पीने व दूसरी में सिंचाई का पानी होगा।
पंचायत की प्रधान शक्ति देवी व पूर्व प्रधान देवेंद्र शर्मा ने बताया कि तत्कालीन विधायक महेश्वर सिंह के अथक प्रयासों से यह संभव हो सका है और 15 मार्च 2017 को केंद्र सरकार से यह योजनाएं स्वीकृत हो चुकी है। इसका बजट आ चुका है और विधुत विभाग को थ्री फेस विजली लगाने का धन जमा किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि इन योजनाओं का कार्य शीघ्र शुरू होने जा रहा है और उसके बाद यहां पानी की किसी भी तरह की कमी नहीं रहेगी। इन योजनाओं से क्षेत्र के शाट,जल्लूग्रां,पड़ेई, रमांस, हेसी रा शोरण, देंथला, कापड़ी, मंझली धार, तुंगाधार, भोटु नाली, चौंग, अपर शरशाड़ी, लोयर शरशाड़ी सहित पूरे क्षेत्र को लाभ होगा। यह योजनाएं प्रधानमंत्री सिंचाई एवं पेयजल योजना के तहत मंजूर हुई है।
उन्होंने बताया कि वर्तमान में भी पानी की उतनी बड़ी समस्या नहीं है पंचायत द्वारा सभी लोगों को पानी मुहैया करवाने की भरपूर कोशिश की जा रही है। पशुधन व कपड़े धोने के लिए भरपूर पानी है और पीने का पानी भी समय समय पर छोड़ा जा रहा है। फिर भी किसी को पीने का पानी नहीं मिल पा रहा है तो वो पंचायत से शिकायत करें और पंचायत सूखे में भी पानी की ब्यवस्था कर रही है। उन्होंने कहा कि तत्कालीन विधायक महेश्वर सिंह ने इन योजनाओं को लाने में अथक प्रयास किया है तभी यह संभव हो सका है। बहरहाल इस क्षेत्र में अब पानी की समस्या दूर होने जा रही है और लोगों को पीने के पानी के अलावा सिंचाई करने की भी सुविधा मिलेगी।
गौर रहे कि मणिकर्ण घाटी के जल्लूग्रां गांव के लोग आजकल पीने के पानी के लिए तरस रहे हैं। इन परियोजनाओं के आने से अब घाटी के लोगों में खुशी का माहौल बना हुआ है और लोगों में आशा जग गई है कि इन परियोजनाओं से उन्हें दिन रात पीने व सिंचाई का पानी मिल पाएगा। साथ -साथ अब खेतों में भी हरियाली आएगी और क्षेत्र के लोग अपनी आर्थिकी को भी बढ़ा पाएंगे। घाटी की तीन पंचायतों के लिए तत्कालीन विधायक महेश्वर सिंह के अथक प्रयासों से दो योजनाएं स्वीकृत हुई है। शीघ्र इनका निर्माण कार्य शुरू होगा : शक्ति शर्मा प्रधान जल्लूग्रां