मणिकर्ण घाटी के कटागला के बाद छलाल गांव में बाढ़ ने भारी नुकसान पहुंचाया है। यहां लोगों की खड़ी फसलें तबाह हो गई है और रास्ते बंद हो गए हैं। प्रशाशन व सरकार इस ओर ध्यान नहीं दे रही है। पूर्व बीडीसी सदस्य ओम शंकर ने बताया कि यहां बाढ़ से भारी नुकसान हुआ है लेकिन अभी तक गांव के लोगों की सुध नहीं ली गई है। उन्होंने बताया कि बाढ़ में पैदल चलने बाले पुल बह गए हैं जिस कारण गांव का संपर्क मुख्य शहर मणिकर्ण से कट गया है। संपर्क कट जाने से स्कूल के बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं और लोग राशन भी बाजार से नहीं ला पा रहे है।
उन्होंने बताया कि अभी तक पीने का पानी भी बहाल नहीं किया गया है जिस कारण लोग वेहद परेशान है। उन्होंने कहा कि कटागला गांव में भी प्रशाशन द्वारा भाई भतीजा बाद किया जा रहा है। जिन लोगों के घर मलवे में दफन हुए हैं उनके नाम नहीं लिखे जा रहे हैं। कुछ लोगों को छोड़ दिया गया है जिनके घर तबाह हुए हैं। उन्होंने प्रशाशन से मांग की हैं कि सभी लोगों के नुकसान की रिपोर्ट बनाएं ताकि सभी प्रभावित परिवारों को मुआवजा मिल सके। उन्होंने कहा है कि छलाल गांव में भी रास्ते व पानी शीघ्र बहाल होना चाहिए।