(धनेश गौतम कुल्लू)सरकार द्वारा गरीबों के लिए शुरू की गई एचपी यूनिवर्सल हैल्थ प्रोटैक्शन योजना का टोल फ्री नम्बर हैक हो गया है। कार्ड धरक जब टोल फ्री नम्बर 18002006544 पर फोन करते हैं तो दूसरी तरफ से बहुत अच्छा रिस्पाँस दिया जाता है और उनके स्वास्थ्य की कामना की जाती है। यही नहीं अति शीघ्र उन्हें इलाज में खर्च किया गया पैसा रिफंड करने की बात की जाती है उसके तुरंत बाद टोल फ्री नम्बर से अपना निजी व्हटसएप नम्बर दिया जाता है और उस पर बात करने को कहा जाता है। जब वहटसएप नम्बर पर बात होती है तो इलाज के दौरान खर्च हुई राशि के बिल मंगवाए जाते हैं उसके बाद एक निजी व्यक्ति का बैंक खाता नम्बर भेजा जाता है उसमें 2150 रुपए कार्ड धारक को जमा करवाने की बात कही जाती है।
जब कार्ड धारक यह पूछता है कि ये पैसे किस चीज के लिए जा रहे हैं तो रिस्पांस आता है कि प्रोसेसिंग एप्लाई के तहत ये पैसे लिए जाते हैं और उसके बाद आपको इलाज में खर्च पैसा रिफंड होगा। ऐसी ही घटना कुल्लू निवासी प्रेम चंद के साथ घटी। प्रेम चंद ने जब हैल्थ कार्ड में दिए गए टोल फ्री नम्बर में बात की तो उनके साथ उपरोक्त घटना घटी। हालांकि प्रेम चंद ने यह भी प्रशन किया कि हैल्थ कार्ड में टोल फ्री नम्बर के अलावा व्हटसएप नम्बर 9711035378 दिया है क्या इसमें बात करनी है लेकिन दूसरी तरफ से रिस्पांस आता है कि इस नम्बर पर नहीं बल्कि 9294916585 नम्बर पर बात की जाए। जब इस नम्बर पर प्रेम चंद ने बात की तो सबसे पहले बिल भेजने को कहा इसके बाद चंद्राकांत उत्तम नामक व्यक्ति का खाता नम्बर 37665365338 दिया गया जो एसबीआई का बताया गया।
बाकायदा आईएफसी कोड एसबीआईएन 0011701 दिया गया। जब प्रेम चंद को इसकी भनक हो गई कि यह किसी व्यक्ति विशेष का नम्बर है तो उन्होंने अपने स्तर पर जांच शुरू की। प्रेम चंद अस्पताल कुल्लू पहुंचा और कंपनी के लोगों से बात की इसके बाद सीएमओ कुल्लू से भी मिले। सीएमओ कुल्लू सुशील चंद्र ने इस मामले पर तुरंत कार्रवाई का आश्वासन दिया है। प्रेम चंद ने बताया कि उन्होंने मौखिक तौर पर कुल्लू पुलिस को भी इसकी सूचना दे दी है। प्रेम चंद ने बताया कि जब उन्हें आभास हो गया कि यहां पर कुछ गड़बड़ झाला चला हुआ है तो उन्होंने यह ठान ली कि इस मामले को उजागर किया जाए ताकि अन्य कार्ड धारक झांसे में आकर लुट न जाए।