दृष्टिबाधित छात्र अनुज कुमार ने शारीरिक और आर्थिक चुनौतियों को मात देकर हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की एमए (अर्थशास्त्र) की परीक्षा में पीजी सेन्टर द्वितीय स्थान प्राप्त किया। प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करने के लिए किए गए विशेष समारोह में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सिकन्दर कुमार ने जब उन्हें सम्मानित किया तो सभागार तालियों से गूंज उठा। उन्हें धीरुभाई फाऊंडेशन अवार्ड भी मिल चुका है। उनका सपना एक अर्थशास्त्री और विश्वविद्यालय में प्रोफेसर बनना है।
विश्वविद्यालय के नोडल अधिकारी (विकलांगता मामले) और उमंग फाऊंडेशन के अध्यक्ष प्रो. अजय श्रीवास्तव ने बताया कि सिरमौर जिले के पिछड़े क्षेत्र कमरऊ के गांव कंडो, डाकखाना दुबाना के रहने वाले अनुज कुमार अब अर्थशास्त्र में एमफिल कर रहे हैं। उन्होंने विश्वविद्यालय के पुस्तकालय में लगे टाकिंग साफ्टवेयर वाले कम्पुटरों और उमंग फाऊंडेशन द्वारा उन्हें दिए गए लैपटॉप का पढ़ाई में भरपूर उपयोग किया।
अनुज कुमार ने अपनी प्रारम्भिक पढ़ाई सिरमौर जिले के कफोटा वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल से कीऔर नाहन कालेज से बीए एवं बीएड किया। उन्होंनें हर परीक्षा प्रथम श्रेणी में पास की। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से एमए (अर्थशास्त्र) में सेकेन्ड टॉपर बनने का गौरव प्राप्त किया। उनका कहना है कि उमंग फाऊंडेशन उन्हें एवं विश्वविद्यालय के अन्य विकलांग विद्यार्थियों की पढ़ाई में हर प्रकार से मदद करता है। कुलपति प्रोफेसर सिकन्दर कुमार ने अनुज को बधाई देते हुए कहा कि मेरे सबसे अच्छे विद्यार्थियों में से एक है और पढ़ाई में कड़ी मेहनत करता है।