( धनेश गौतम ) लाहुल स्पिति की बर्फ़बारी में 1000 से अधिक लोगों के फंसने की सूचना है। विभिन्न स्थानों पर लोग फंसे हुए हैं। दिल्ली लेह व कुल्लु काजा मार्ग में सबसे अधिक लोग फंसे हैं। उधर वन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने इस पर स्वयं कड़ा संज्ञान लिया है और मुख्यमंत्री को अबगत करवाया है।
मुख्यमंत्री शीघ्र कुल्लु पहुंच रहे हैं और भुंतर एयरपोर्ट में आपातकालीन बैठक लेकर स्वयं लाहुल स्पिति रैकी करने जाएंगे। उधर प्रदेश सरकार ने वायुसेना से मदद मांगीं है और वायुसेना के दो हेलीकाप्टर यहां पहुंचने बाले हैं जिनसे लाहुल में फंसे लोगों को रेस्क्यू किया जाएगा। वन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने बताया कि कुल्लु में सबसे अधिक 100 करोड़ का नुकसान का आकलन अभी तक किया गया है जो बढ़ सकता है। कुल्लु में ब्यास नदी ने तबाही मचाई है और कई सड़कें तबाह हो गई है।
उनके साथ बंजार के विधायक सुरेंद्र शौरी भी मौजूद रहे। वन मंत्री यहां परिधि गृह कुल्लु में पत्रकारों को जानकारी दे रहे थे। इसके बाद वे लुग्गड़ भट्टी में बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में जायजा लेने पहंचे जहां कुल्लु मनाली वामतट मार्ग 300 मीटर बह गया है।वन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर के अनुसार बारालाचा दर्रा में 300 से अधिक, कोकसर में 123 बकरथाच में 210 लोग फंसे हैं। इसके अलावा विभिन्न स्थानों पर ट्रैकर व बाइकर फंसे हुए हैं। गौर रहे कि लाहुल स्पिति में भारी बर्फ़बारी हुई है। वेमौसमी बर्फ़बारी के कारण दिल्ली लेह मार्ग के अलावा स्पिति मार्ग में यह लोग फंसे हैं।