लाहौल घाटी में फंसे 368 लोगों को सुरक्षित निकाला गया

अतिरिक्त मुख्य सचिव राजस्व एवं आपदा प्रबंधन, मनीषा नंदा ने आज यहां बताया कि पिछले तीन दिन में हुई भारी बारिश के चलते प्रदेश में 220.29 करोड़ रुपए की सार्वजनिक संपत्ति के नुकसान का अनुमान है। उन्होंने कहा कि बारिश की वजह से विभिन्न विभागों को हुए नुकसान की पूरी रिपोर्ट अभी तैयार की जा रही है। उन्होंने कहा कि बुधवार को प्रशासन ने लाहौल घाटी में फंसे लोगों को निकालने के लिए दो रेस्क्यू ऑपरेशन चलाए, जिनमें 368 लोगों को सुरक्षित निकाला गया। ये बचाव अभियान लाहौल घाटी के जिंगजिंग बार और बारालाचा में सुबह 7 बजे शुरु हुआ। सुरक्षित निकाले गए 356 लोगों को रोहतांग सुरंग के रास्ते लाया गया जबकि कुछ विदेशी नागरिकों सहित 12 लोगों को एयरलिफ्ट किया गया। उन्होंने कहा कि प्रशासन द्वारा कुल 898 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
रेस्क्यू ऑपरेशन की खुद निगरानी कर रही अतिरिक्त मुख्य सचिव ने बताया कि अभी भी कुछ लोग लाहौल घाटी में फंसे हुए हैं, जिन्हें निकालने के लिए गुरुवार को प्रशासन दोबारा रेस्क्यू ऑपरेशन चलाएगा। ये अभियान आने वाले दिनों में तब तक जारी रहेगा, जब तक कि सभी फंसे हुए लोगों को सुरक्षित स्थानों तक नहीं पहुंचाया जाता। उन्होंने कहा कि बीआरओ के करीब 250 लोगों के लिए बुधवार को राशन भिजवाया गया है, साथ ही कुंजुम दर्रे पर भी हेलीकॉप्टर से खाने-पीने की सामग्री के पैकेट गिराए गए हैं।मनीषा नंदा ने कहा कि भारी बारिश की वजह से प्रदेश में कुल 373 सड़कें बंद हो गई थी, जिनमें से करीब 200 सड़कों को बुधवार शाम तक खोल दिया जाएगा व बाकि सड़कों को भी आने वाले दो-तीन दिन के अंदर बहाल कर दिया जाएगा।

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