जनजातीय जिला किन्नौर की ग्राम पंचायत स्पीलो के अंतर्गत 6 करोड़ रुपये की राशि खर्च कर लिप्पा से कोरला के लिए एक प्रमुख सिंचाई योजना का निर्माण किया जाएगा। इसके अलावा, राज्य सरकार जनजातीय लोगों को लाभान्वित करने के लिए इस वर्ष दिसम्बर में समाप्त हो रही नौतोड़ की अवधि को बढ़ाने पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करेगी। मुख्यमत्री जय राम ठाकुर ने यह बात आज किन्नौर जिले के पूह में 5.73 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाली उठाऊ सिंचाई योजना की आधारशिला रखने के उपरान्त जनसभा को सम्बोधित करते हुए कही। यह योजना क्षेत्र की 230 हेक्टेयर भूमि को सिंचाई सुविधा प्रदान करेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनजातीय जिला किन्नौर न केवल राज्य का सबसे बड़ा जिला है, बल्कि सामरिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। इसके दृष्टिगत राज्य सरकार जिले के विकास पर विशेष बल दे रही है। उन्होंने कहा कि वह स्वयं भी एक कठिन एवं दुर्गम क्षेत्र से हैं और लोगों की विकास आवश्यकताओं तथा अपेक्षाओं से भलीभांति परिचित हैं। उन्होंने कहा कि राज्य के लोगों की विकासात्मक आवश्यकताओं के संबंध में जानकारी हासिल करने के एकमात्र लक्ष्य को लेकर वह राज्य के 50 निर्वाचन सभा क्षेत्रों का दौरा कर चुके हैं। जनजातीय क्षेत्र में उनका गर्मजोशी के साथ स्वागत करने के लिए उन्होंने लोगों का आभार व्यक्त किया।
जय राम ठाकुर ने कहा कि विपक्ष के नेता उनकी दिल्ली यात्राओं को लेकर अनावश्यक हो-हल्ला कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के राज्य तथा इसके लोगों के प्रति प्यार और स्नेह के चलते राज्य सरकार ने प्रदेश के लिए 9000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं को स्वीकृत करवाने में सफलता हासिल की है और अब इन नेताओं के पास कहने को कुछ नहीं बचा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार भ्रष्टाचार के विरूद्ध शून्य सहनशीलता के उद्देश्य के साथ कार्य कर रही है और सरकार का मुख्य उद्देश्य प्रदेश का सन्तुलित तथा समग्र विकास सुनिश्चित करना है। उन्होंने कहा कि कार्यभार सम्भालने के उपरान्त मंत्रिमण्डल की पहली ही बैठक में राज्य सरकार ने वृद्धावस्था पेंशन प्राप्त करने के लिए आयु सीमा को बिना किसी आय सीमा के80 वर्ष से घटाकर 70 वर्ष किया। राज्य सरकार के इस निर्णय से प्रदेश के 1.30 लाख लोग लाभान्वित हुए हैं।
जय राम ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार ने बजट में पर्याप्त प्रावधान सहित 30 नई योजनाओं की शुरूआत की है और यह अपने आप में एक रिकॉर्ड है कि राज्य के विकास के लिए इतनी संख्या में नई योजनाएं शुरू की गई हैं। उन्होंने कहा कि युवाओं, महिलाओं, किसानों, व्यावसायियों तथा समाज के कमजोर वर्गों के कल्याण के लिए अनेक नई योजनाएं शुरू की गई हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा आयोजित पांच जन मंचों के दौरान 15000 से अधिक शिकायतों का समाधान किया गया है और इस कार्यक्रम से लोगों की समस्याओं का उनके घरद्धार के समीप तीव्र समाधान सुनिश्चित हुआ है।
मुख्यमंत्री ने कहा वित्तीय कुप्रबन्धन तथा अनावश्यक खर्चों के कारण कि पिछली राज्य सरकार से राज्य को 46.500 करोड़ रुपये का ऋण बोझ विरासत में मिला है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार ने बिना किसी बजट प्रावधान के अनेक स्वास्थ्य तथा शिक्षण संस्थान खोलें।
जय राम ठाकुर ने नमज्ञायीं सिंचाई नहर के निर्माण के लिए 50 लाख रुपये तथा रोपा गांव में सामुदायिक सांस्कृतिक केन्द्र के निर्माण के लिए 50 लाख रुपये की घोषणा की। उन्होंने रमन से ग्याबां सिंचाई योजना के निर्माण के लिए 50 लाख रुपये तथा डुबलिंग पंचायत के टिटंग में सामुदायिक सभागार के लिए 10 लाख रुपये की घोषणा की। उन्होंने कहा कि रोपा खड्ड से छोटी शिव के लिए उठाऊ सिंचाई योजना ग्याबां तथा डुबलिंग गांव में बाढ़ नियंत्रण कार्य किए जाएंगे और इसका प्राक्कलन तैयार करने के लिए उन्होंने जिला प्रशासन को निर्देश दिए।
इसके उपरान्त, मुख्यमंत्री ने 15 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाली शहरी मिशन योजना मूरंग की आधारशिला रखी और 74.50 लाख रुपये की लागत से मूरंग में निर्मित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र भवन रारंग का लोकार्पण किया।उन्होंने मूरंग में टिमचे कूहल के लिए 70 लाख रूपये देने की भी घोषणा की तथा इस अवसर पर लोगों की जनसमस्याएं भी सुनीं।मुख्यमंत्री का पूह पहुंचने पर सैंकड़ों जनजातीय लोगों ने पारम्परिक परिधानों में सुसज्जित होकर अपने लोकप्रिय नेता का पदभार संभालने के उपरान्त जिले में पहले दौरे पर शानदार स्वागत किया।
कृषि एवं जनजातीय विकास मंत्री डॉ. राम लाल मारकण्डा ने जनजातीय क्षेत्र में मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए कहा कि राज्य सरकार ने जनजातीय क्षेत्रों के विकास के लिए बजट में पर्याप्त प्रावधान किया है तथा जनजातीय उप-योजना के तहत आवंटन में उपयुक्त वृद्धि की है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दे रही है और इसके लिए चालू वित्त वर्ष के बजट में 25 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।
ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री वीरेन्द्र कंवर ने कहा कि राज्य सरकार मुख्यमंत्री गृहिणी सुविधा योजना के तहत पात्र परिवारों को मुफ्त गैस कनेक्शन प्रदान कर रही है ताकि राज्य देश का प्रथम धुआं रहित प्रदेश बन सके। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का जन मंच कार्यक्रम सफल साबित हो रहा है, क्योंकि लोगों की समस्याओं का उनके घरद्धार के समीप समाधान किया जा रहा है। प्रदेश में मुख्यमंत्री आवास योजना के अलावा प्रधानमंत्री आवास योजना का प्रभावी क्रियान्वयन किया जा रहा है।
सांसद राम स्वरूप शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व में केन्द्र सरकार वर्ष 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करने के लिए कृतसंकल्प है। उन्होंने कहा कि किसानों की आय में वृद्धि करने के उद्देश्य से उनके कल्याण के लिए अनेक योजनाएं शुरू की गई हैं। उन्होंने जनजातीय क्षेत्रों के विकास के लिए राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का भी विवरण दिया।
हि.प्र. वन निगम के उपाध्यक्ष सुरत नेगी ने मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए कहा कि पिछली सरकार ने विकास के मामले में क्षेत्र की पूरी तरह से अनदेखी की और मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर की उदारता के कारण क्षेत्र को सिंचाई सुविधा शीघ्र प्राप्त होगी, जो लोगों की आर्थिकी को मजबूत करेगी। उन्होंने मुख्यमंत्री से वन अधिकार अधिनियम, 2006 को जनजातीय लोगों के अनुकूल बनाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि इस अवधि के दौरान राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री राहत कोष से जिला के जरूरतमंद लोगों को 27 लाख रुपये की राशि प्रदान की है, जो गरीब तथा जरूरतमंद लोगों के प्रति राज्य सरकार की संवेदनशीलता को दर्शाता है।
मुख्यमंत्री, इसके उपरांत जिला मुख्यालय रिकांगपिओ पहुंचे जहां उन्होंने 4.26 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाले उप-कारावास भवन दाखो तथा 2.50 करोड़ की लागत से निर्मित होने वाले जिला पंचायत संसाधन केन्द्र की आधारशिलाएं रखीं। उन्होंने 2.55 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित जिला स्तरीय सम्मेलन कक्ष का लोकार्पण भी किया।
जय राम ठाकुर ने रिकांगपिओ में 2.38 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित मिनी स्टेडियम का लोकार्पण किया तथा रिकांगपिओ में 3.26 करोड़ रुपये की लागत से पूरी होने वाली जलापूर्ति योजना कल्पा की आधारशिला रखी।
मुख्यमंत्री के ओएसडी शिशु धर्मा, जिला भाजपा अध्यक्ष शशि दत्त, जिला परिषद अध्यक्ष टशी, ग्राम पंचायत के प्रधान सुशील, किन्नौर के उपायुक्त गोपाल चन्द, पुलिस अधीक्षक साक्षी वर्मा सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस अवसर पर उपस्थित थे।