हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायधीश , न्यायमूर्ति श्री धर्म चंद चौधरी ने शुक्रवार को जिला न्यायालय परिसर नाहन में तीन करोड़ 79 लाख की लागत से निर्मित वैकल्पिक विवाद निपटारा केंद्र ( एडीआर )का लोकापर्ण किया गया । उन्होने एडीआर केंद्र के बाहर चंदन का पौधा रोपित करके पर्यावरण सरंक्षण का संदेश दिया।
इस अवसर पर उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए न्यायमूर्ति श्री धर्मचंद चौधरी ने कहा कि हिमाचल प्रदेश देश का ऐसा पहला राज्य है जहां पर अदालती मामलों को लोक अदालत, मध्यस्थता और समझौता के माध्यम से सुलझाए जाते हैं जिससे लोगों का न्याय समयबद्ध मिल रहा है । उन्होने कहा कि प्रदेश में 11 वैकल्पिक विवाद निपटारा केंद्र क्रियाशील है तथा प्रदेश में एडीआर केंद्र का नाहन में निर्मित चौथा भवन हैं ।
कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश हिप्र उच्च न्यायालय ने कहा कि लोगों के आपसी विवादों को मध्यस्थता से निपटाने में वैकल्पिक विवाद निपटारा केंद्र काफी कारगर सिद्ध हो रहे हैं । उन्होने जानकारी दी कि वर्ष 2015 से लेकर अप्रैल 2019 तक अधीनस्थ न्यायालयों में कुल 7787 मामलों को एडीआर केंद्र को भेजे गए जिनमेें से 21 प्रतिशत अर्थात 1673 मामलों का निपटारा मध्यस्थता के माध्यम से किया गया जबकि हिप्र उच्च न्यायालय में 1113 मामलों में से 403 का निपटारा मध्यस्थता के माध्यम से किया गया अर्थात 36.20 प्रतिशत विवादित मामलों का निपटारा मध्यस्थता के माध्यम से सुनिश्चित किया गया ।
न्यायमूर्ति श्री धर्मचंद चौधरी ने कहा कि जून 2016 से सितंबर 2017 तक बस दुर्घटना के 154 मामलों में 4 करोड़ 63 लाख की राशि मध्यस्थता के माध्यम से पीड़ित व्यक्तियों को मुआवजा के रूप में वितरित की गई । उन्होने कहा कि राज्य विधिक सेवाऐं प्राधिकरण के माध्यम से निर्धन परिवारों को निःशुल्क कानूनी सहायता प्रदान की जा रही है । उन्होने अधिवक्ताओं से अपील करते हुए कहा कि वह गरीब एवं जरूरतमंद लोगों को न्याय दिलाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करें और विवादित मामलों को लोक अदालत और मध्यस्थता के माध्यम से सुलझाने में विशेष योगदान दें ताकि लोगों को समय पर न्याय संभव हो सके ।
इससे पहले हिप्र उच्च न्यायालय के महा-रजिस्ट्रार श्री वीरेन्द्र सिंह ने भी अपने विचार रखे । इसके अतिरिक्त सिरमौर जिला बार एसोशियशन के प्रधान अमित अग्रवाल ने सिरमौर में एडीआर भवन निर्मित करने के लिए कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश हिप्र उच्च न्यायालय का आभार व्यक्त किया ।
इससे पूर्व राज्य विधिक सेवाऐं प्राधिकरण के सदस्य सचिव श्री प्रेम लाल रांटा ने कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश अन्य अतिथि गणों का स्वागत किया और एडीआर केद्र के निर्माण बारे विस्तार से जानकारी दी ।जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री देवेन्द्र कुमार ने धन्यवाद प्रस्ताव रखा।इस मौके पर कार्यकारी उपायुक्त सिरमौर श्री आदित्य नेगी, अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश जसवंत सिंह ठाकुर, मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी नाहन श्री प्रताप सिंह, अतिरिक्त मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी पांवटा श्रीमती विजय लक्ष्मी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री वीरेन्द्र ठाकुर, एसडीएम नाहन प्रदीप कुमार , हिप्र उच्च न्यायालय के सेवानिवृत न्यायाधीश न्यायमूर्ति श्री एसएस ठाकुर और न्यायमूर्ति श्री कुलदीप सिंह, सचिव जिला विधिक सेवाऐं प्राधिकरण सिरमौर श्री बसंत वर्मा, प्रशासनिक अधिकारी राज्य विधिक प्राधिकरण श्री गौरव महाजन, जिला बार एसोशियशन के पदाधिकारी अधीशासी अभियंता लोक निर्माण अनिल शर्मा, नगर परिषद की अध्यक्षा श्रीमती रेखा तोमर सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे ।