मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज मुम्बई में रोड़ शो के दौरान उद्यमियों, औद्योगिक घरानों व उद्योग जगत के ‘टाइकून’ को संबोधित करते हुए भारत के उद्योगपतियों की भावनाओं की सराहना की जिन्होंने दुनियाभर में चौका देने वाले कार्य किए है। उन्होंने प्रतिभागियों को हिमाचल प्रदेश के विकास की कहानी का हिस्सा बनने के लिए आमंत्रित किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश ने विभिन्न क्षेत्रों में महत्त्वपूर्ण कार्य किए है जिससे हिमाचल प्रदेश निवेश के लिए एक आदर्श गंतव्य बना है। उन्होंने कहा कि राज्य की अपराध दर देशभर में सबसे कम है। यहां पर शांतिप्रिय लोग है, नैसर्गिक वातावरण, सौहार्दपूर्ण औद्योगिक संबंध कुशल श्रम शक्ति आदि विद्यमान है। उन्होंने कहा कि राज्य के पास स्थाई निवेश के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध हैं।
जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सभी क्षेत्रों में निवेश को बढ़ावा देने के लिए अपनी औद्योगिक नीतियों के तहत आकर्षक प्रोत्साहन प्रदान कर रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य पर्यटन, वैलनेस सैंटर, शैक्षणिक व तकनीति संस्थानों, लॉजीस्टिक, अरोमा, आयूष हाउसिंग और रियल एस्टेट, आईटी एण्ड इंलैक्ट्रोनिक्स, इलैक्ट्रिक वाहनों, एमएसएमई आदि क्षेत्रों में अधिक निवेश के अनुकूल नीतियों ला रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य व्यवस्या को बेहतर बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है जोकि भारत सरकार द्वारा की गई रैंकिंग में स्पष्ट दिखाई देता है। उन्होंने कहा कि अब हम ईज ऑफ डूईंग रिफार्म में फास्ट मूवर्स श्रेणी में शीर्ष स्थान पर है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विभिन्न औद्योगिक परियोजनाओं को मंजूरी देने में दक्षता, पारदर्शीता, समयबद्धता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए राज्य सरकार ने राज्य में एकल खिड़की प्रक्रिया को आरंभ किया है जोकि राज्य सरकार की हिमाचल को औद्योगिक हब बनाने के लिए प्रदेश सरकार की मजबूत प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
जय राम ठाकुर ने कहा कि सरकार नवम्बर, 2019 में पहली बार धर्मशाला में ग्लोबल इंवेस्टर मीट का आयोजन करने जा रही है जो प्रदेश भर में एक समान विकास को बढ़ावा देने और इसे विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने और भारतीय राज्यों में एक अग्रणी राज्य बनाने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। उन्होंने उद्यमियों से बैठक में भाग लेने की अपील करते हुए कहा कि वे राज्य के विकास के लिए अपने नए विचारो के साथ इंवेस्टर मीट को सफल बनाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकते है।
उन्होंने राज्य के प्राथमिकता क्षेत्रों जैसे पर्यटन, खाद्य प्रसंस्करण, फार्मास्युटिकलस, आईटी आदि क्षेत्रों को भी प्रस्तुत किया और प्रतिभागियों से इन क्षेत्रों में निवेश के अवसर तलाशने का आग्रह करते हुए कहा कि राज्य सरकार उन्हें सभी सुविधाएं एवं सहयोग प्रदान करेगी।
उद्योग मंत्री ब्रिकम सिंह ने भी मुम्बई में संभावित निवेशकों को सम्बोधित किया। उन्होंने हिमाचल प्रदेश में निवेशको के लिए बनाए गए अनुकूल वातावरण पर बल दिया। उन्होंने प्रतिभागियों को 7-8 नवम्बर, 2019 में धर्मशाला में होने वाली हिमाचल प्रदेश ग्लोबल इंवेस्ट मीट के लिए आमंत्रित किया।
अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. श्रीकांत बाल्दी, राम सुभाग सिंह और मनोज कुमार, प्रधान सचिव प्रबोध सक्सेना, निदेशक उद्योग हंस राज शर्मा, विशेष सचिव आबिद हुसैन सादिक और मुख्यमंत्री के प्रधान निजी सचिव विनय सिंह, भारतीय उद्योग परिसंघ के प्रतिनिधि विवेक भी इस अवसर पर उपस्थित थे।