(नीना गौतम )तीन दिनों बाद मनाली-लेह मार्ग को बीआरओ नेबहाल कर दिया है। बीते तीन दिनों से मनाली-लेह मार्ग के विभिन्नक्षेत्रों में फंसे दो हजार से ज्यादा सैलानियों ने जहां राहत की सांस लीहै,वहीं प्रशासन ने स्पीति की चंद्रताल झील के समीप फंसे 127 पर्यटकों कोसुरक्षित रेस्क्यू कर काजा पहुंचाया है। सोमवार देर शाम तक जहांलाहुल-स्पीति प्रशासन के अधिकारी बीआरओ के अधिकारियों के साथ मनाली-लेह मार्ग की बहाली के कार्य को अंजाम देने में जुटे हुए थे, वहींलाहुल-स्पीति प्रशासन ने सैलानियों को लाहुल के गांवों में ठहराया था।
उपायुक्त लाहुल-स्पीति केके सरोच ने खबर की पुष्टि करते हुए बताया किमनाली-लेह मार्ग को बहाल कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि लाहुल मेंबहने वाले तेलिंग नाला व पागल नाला के उफान पर बहने से सड़क पर गाडिय़ों की आवाजाही गत तीन दिनों तक ठप थी,वहीं प्रशासन ने तेलिंग गांव से एक वाई पास सड़क को दुरुस्त कर कोकसर के लिए तैयार करवा यहां फंसे सैलानियों को सुरक्षित रेस्क्यू कर कोकसर पहुंचाया है। उन्होंने बताया कि बीआरओ ने जैसे ही उक्त मार्ग को बहाल किया प्रशासन ने लाहुल की तरफ से पहले चरण में करीब 500 गाडिय़ों को रोहतांग की तरफ सोमवार देर शाम को भेजा है।
उन्होंने बताया कि बीआरओ व पुलिस प्रशासन के जवानों को मशीनों संगरोहतांग के रास्ते पर तैनात किया गया है और सोमवार रात को ही लाहुल मेंफंसे सभी वाहनों को सुरक्षित मनाली पहुंचाने की व्यवस्था प्रशासन ने कीहै। उन्होंने बताया कि घाटी के विभिन्न क्षेत्रों में गत तीन दिनों सेफंसे हजारों सैलानियों की सुरक्षा को ध्यान में रख प्रशासन ने एकडाक्टरों की टीम को भी रविवार सुबह ही कोकसर पहुंचा दिया था।
उन्होंनेबताया कि सोमवार देर शाम जहां मनाली-लेह मार्ग को बहाल कर दिया गया है,वहीं लाहुल में फंसे सैलानियों को सुरक्षित घाटी से बाहर पहुंचाने कीव्यवस्था पर काम किया जा रहा है। यहां बता दें कि कोकसर और सिस्सू के बीच ही 700 गाडि़ंया गत तीन दिनों से फंसी हुई थी। यहां पागलनाले में आई बाढ़ ने पर्यटकों की राह रोकी थी। सैलानी सिस्सू के होटलों व घरों मेंशरण लिए हुए थे। उधर,बीआरओ के कमांडर कर्नल उमा शंकर ने बताया कि सोमवार देर शाम बीआरओ ने मनाली-सरचू सड़क को यातायात के लिए बहाल कर दिया है।