प्रदेश में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले राशन कार्ड के डिजिटल रूप पर सियासत गर्मा गई है। डिजिटल राशन कार्ड पर कांग्रेस के स्लोगन को लेकर बवाल खड़ा हुआ है। भाजपा ने विस चुनाव से पहले राजनीतिक मंशा से डिजिटल राशन कार्ड छापने की बात कही है।
कांग्रेस इसे अपनी घोषणा का परिणाम बता रही है। खाद्य आपूर्ति विभाग ने अभी हाल ही में जो ऑनलाइन राशनकार्ड जारी किए हैं। उसमें काम किया है, काम करेंगे, झूठे वादे नहीं करेंगे का नारा छापा गया है। इससे प्रतीत होता है कि यह राशन कार्ड विभाग का न होकर एक पार्टी विशेष का है।
इस पर भाजपाइयों ने कांग्रेस सरकार को जमकर कोसा है। उनका कहना है कि अकसर यह नारा कांग्रेस के पोस्टरों पर लिखा होता है। इसे आज विभाग ने सरकारी राशन कार्ड पर लिखवा दिया है। राशन कार्ड के पहले भाग में सरकार का लोगो है। दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी का नारा अंकित है।
क्यों छपवाया चुनावी नारा
सूत्रों के मुताबिक पूरे प्रदेश में यह राशन कार्ड देने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। सवाल यह है कि विभाग ने आखिर क्यों इस राशन कार्ड पर कांग्रेस के चुनावी नारे को छपवाया है। इसका भाजपा विरोध कर रही है। भाजपा जिला उपाध्यक्ष गोपाल दत्त ठाकुर, दून व्यापार प्रकोष्ठ के अध्यक्ष नरेंद्र बबलू, किसान मोर्चा के अध्यक्ष खेमचंद ठाकुर, पंचायतीराज प्रकोष्ठ के अध्यक्ष एवं कृष्णगढ़ पंचायत के उपप्रधान पवन कुमार, प्रधान रामनाथ वशिष्ठ, पूर्व वार्ड सदस्य राजेंद्र कुमार, ईश्वर दत्त शर्मा, दून भाजपा मंडल उपाध्यक्ष पूर्ण चंद गुप्ता आदि ने सरकारी राशन कार्ड पर लिखे इस नारे की कड़ी निंदा की है। आरोप लगाया कि वर्ष 2003 में केंद्र में प्रधानमंत्री अटल सरकार के समय सस्ते राशन वाले बैग पर जब तत्कालीन प्रधानमंत्री का नाम था तो कांग्रेस ने इसका कड़ा विरोध कर बैग को बंद करवा दिया था।
अब कांग्रेस राशन कार्ड के नाम पर राजनीति कर रही है। परिवहन एवं खाद्य आपूर्ति मंत्री ने कहा कि यह किसी पार्टी विशेष का नहीं, अपितु सरकार का नारा है। इसमें किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए। इस पर राजनीति करने का कोई औचित्य नहीं है।