ढाई करोड़ रिश्वत मामला: ईडी सहायक निदेशक से 10 प्रतिशत मांगने वाला सीबीआई का डीएसपी गिरफ्तार

धन शोधन से जुड़े मामले में हिमाचल के शिक्षण संस्थान संचालकों से ढाई करोड़ रुपये रिश्वत मांगने के मामले में चंडीगढ़ सीबीआई द्वारा शिमला ईडी के सहायक निदेशक विशालदीप के खिलाफ एफआईआर नंबर 33 व 34 दर्ज की गई है।

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शिमला ईडी के सहायक निदेशक विशालदीप ने ढाई करोड़ की रिश्वत मामले में सीबीआई के डीएसपी बलबीर सिंह को भी सीबीआई की जांच टीम ने गिरफ्तार कर लिया है। सीबीआई ने अपने ही विभाग के आरोपी डीएसपी को कोर्ट में पेश किया जहां से उसका एक दिन का रिमांड मंजूर हुआ।

ईडी के सहायक निदेशक ने डीएसपी पर रिश्वत के पैसों में से 10 प्रतिशत कमीशन मांगने के आरोप लगाए थे। विशालदीप की ओर से इस बारे में सीबीआई निदेशक सहित अन्य को लिखित शिकायत भेजी गई थी। जिसके बाद अब यह कार्रवाई हुई है।

गौरतलब है कि धन शोधन से जुड़े मामले में हिमाचल के शिक्षण संस्थान संचालकों से ढाई करोड़ रुपये रिश्वत मांगने के मामले में चंडीगढ़ सीबीआई द्वारा शिमला ईडी के सहायक निदेशक विशालदीप के खिलाफ एफआईआर नंबर 33 व 34 दर्ज की गई है। इसी मामले में उसके भाई विकासदीप और नीरज को भी गिरफ्तार किया हुआ है जिनके पास से करीब 1.10 करोड़ रुपये की रिकवरी भी हुई है।

रिश्वत के इस मामले में जब विशालदीप गिरफ्तार नहीं हुआ था और वह फरार चल रहा था तो तीन जनवरी को उसने सीबीआई के निदेशक को करीब 15 पेज की एक लिखित शिकायत भेजी थी। शिकायत सीबीआई के ही एक डीएसपी सहित उसके खिलाफ केस दर्ज करवाने वाले दो अन्य के खिलाफ थी। शिकायत में विशालदीप ने आरोप लगाए थे कि उसे रिश्वत मांगने के लिए सीबीआई डीएसपी द्वारा ही उकसाया गया था।

डीएसपी ने उसे जांच के दौरान बहुत बार अलग-अलग जरिए से संपर्क करने का भी प्रयास किया था। इसके बाद वह उसे मोहाली और शिमला माल रोड पर भी मिला था। इसी दौरान डीएसपी ने उसे शिक्षण संस्थानों के संचालकों से रिश्वत लेने के लिए उकसाया और उससे रिश्वत के पैसों में से 10 प्रतिशत कमीशन देने के लिए भी कहा था।
सीबीआई आफिस में पूछताछ के दौरान बिगड़ गई थी तबीयत
रिमांड पर चल रहे विशालदीप से सीबीआई ने उसके द्वारा डीएसपी के खिलाफ दी गई शिकायत को लेकर पूछताछ की। विशालदीप ने जांच टीम को डीएसपी के बारे में बताया कि किस तरह उसे रिश्वत मांगने के लिए उकसाया और उसे बाद में शिक्षण संस्थान संचालकों के साथ मिलकर झूठे रिश्वत के केस में फंसाया गया है। इन आरोपों को लेकर सोमवार को सीबीआई द्वारा अपने विभाग के डीएसपी को पूछताछ के लिए कार्यालय में बुलाया गया और विशालदीप द्वारा लगाया गया आरोपों को लेकर सवाल-जवाब किए गए।

सूत्रों के मुताबिक डीएसपी ने विशालदीप द्वारा लगाए गए सारे आरोपों को सिरे से नकार दिया था। लेकिन जांच टीम ने जब कहा कि विशालदीप के पास कमीशन मांगने के सुबूत तो पूछताछ के दौरान ही डीएसपी की तबीयत बिगड़ गई। जिसके बाद आनन फानन में सीबीआई की टीम डीएसपी को सेक्टर 32 अस्पताल में लेकर गई थी जहां उसका इलाज करवाया गया।

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