कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने सीधे-सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ही निशाने पर लिया। करीब पौने दो बजे राहुल का संबोधन शुरू हुआ। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी तो चप्पल पहन कर ही 25 हजार फुट ऊंची चोटी कंचनजंगा पर चढ़ सकते हैं
। राहुल ने कहा कि मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह चप्पल पहन कर कंचनजंगा तो नहीं चढ़ सकते हैं, लेकिन जूते पहन कर सूबे के हरेक कोने में विकास की अलख लेकर पहुंचे हैं।
कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने कहा कि गुजरात को एक मॉडल राज्य के तौर पर पेश किया जाता है। लेकिन सच्चाई कुछ ओर ही है। हिमाचल जैसे छोटे से राज्य में कांग्रेस सरकार ने 70 हजार सरकारी नौकरियां दी, वहीं गुजरात में 10 हजार से कम नौकरियां मिली हैं। राहुल ने कहा कि गुजरात में कोई बेरोजगारी भत्ता नहीं दिया जाता, जबकि पहाड़ी राज्य हिमाचल में बेरोजगारों को भत्ता दिया जाता है। गांधी ने कहा कि हिमाचल में एक भी सरकारी स्कूल बंद नहीं हुआ, वहीं गुजरात में 13 हजार स्कूल बंद हुए हैं। यहां चार मेडिकल कॉलेज खुले वहीं गुजरात में एक भी मेडिकल कॉलेज नहीं खुला।
राहुल गांधी ने साफ तौर पर कह दिया कि वीरभद्र सिंह ही सूबे के सातवीं बार मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं। राहुल गांधी ने कहा कि बच्चा जब छोटा होता है तो उसे माता-पिता झूठ न बोलने के संस्कार देते हैं, लेकिन देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को झूठ व सच का ही अंतर पता नहीं है।
इससे पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि देश के प्रधानमंत्री हरेक बात में मैं शब्द का इस्तेमाल करते हैं, जबकि अकेला व्यक्ति देश नहीं चला सकता है। मुख्यमंत्री ने सरकार के विकास कार्यों के अलावा प्रदेश निर्माता डा. वाईएस परमार को भी याद किया।
सनद रहे कि राहुल ने महज 15 मिनट के आसपास ही रैली को संबोधित किया। इस मौके पर कांग्रेस प्रभारी सुशील शिंदे, सह प्रभारी रंजना रंजन, पार्टी प्रदेशाध्यक्ष सुखविंदर सुक्खू व तमाम मंत्रिमंडल के सदस्य उपस्थित थे।