हिमाचल गृहरक्षक सिरमौर ने आज अपना 55वां स्थापना दिवस नाहन के समीप बिक्रम-कैंसल में सादे समारोह के साथ मनाया। उपायुक्त सिरमौर श्री बी0सी0 बडालिया ने बतौर मुख्य अतिथि समारोह में शिरकत की।
इस अवसर पर अपने सम्बोधन में उन्होने गृहरक्षक जवानों को स्थापना दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि गृहरक्षक द्वारा प्रदेश में पुलिस के साथ शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के साथ-साथ आपदा एवं अन्य सामाजिक कार्यो में अहम भूमिका निभाई जा रही है। उन्होने कहा कि हिमाचल गृहरक्षक के जवान देश में अनुशासन, कर्तव्य परायन्ता एवं बहादुरी के लिए जाने जाते है जिनके द्वारा प्रदेश में ही नहीं अपितु अन्य राज्यों में भी चुनाव तथा आपदा इत्यादि की स्थिति में उल्लेखनीय कार्य करके प्रदेश का गौरव बढाया है।
उपायुक्त ने कहा कि स्वतंत्रता से पूर्व वर्ष 1946 में नागरिक विद्रोह एवं साम्प्रदायिक दंगों के दौरान विश्व में गृहरक्षक संस्था का गठन किया गया था जबकि हिमाचल प्रदेश में गृहरक्षक की स्थापना 6 दिसम्बर, 1962 को भारत-चीन युद्ध के दौरान देश में आंतरिक सुरक्षा बनाए रखने के लिए की गई थी। उन्होने बताया कि प्रदेश में गृह रक्षक की कुल 12 वाहिनी कार्यरत है तथा जिला सिरमौर में होमगार्ड की चर्तुथ वाहिनी कार्यरत है जिनमें 538 जवान कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के अतिरिक्त विभिन्न विभागों में अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे है।
इस अवसर पर उन्होने विभिन्न सेवाओं मे उत्कृष्ट कार्य करने के लिए होमगार्ड जवानों को पुरस्कृत भी किया गया।
आदेशक गृहरक्षक चतुर्थ वाहिनी सिरमौर राकेश सिंह, ने मुख्य अतिथि का स्वागत करते हुए जिला में गृहरक्षकों द्वारा जिले में दी जा रही सेवाओं बारे विस्तृत जानकारी दी।
इस अवसर पर गृह रक्षक जवानों द्वारा आकर्षक पीटी शो तथा विभिन्न रक्षात्मक विधाओं का बेहतरीन ढंग से प्रदर्शन किया गया । इसके अतिरिक्त होमगार्ड के जवानों द्वारा सिरमौरी नाटी प्रस्तुत करके समारोह में उपस्थित लोगों का भरपूर मनोरंजन करवाया ।
इस मौके पर उप आदेशक अशोक कुमार सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे ।