देवभूमि कुल्लू में 28 दिसंबर को इलैक्ट्रिक वाहनों का ट्रायल होगा। यह ट्रायल देवभूमि कुल्लू के देवधाम में आयोजित एक सादे समारोह में होगा। देवभूमि कुल्लू के एक दुर्गम गांव के युवा राम शर्मा ने जहां आयुर्वेदा व आर्गेनिक खेती के विषय में बैंकॉक में थाईलैंड के प्रधानमंत्री से अंतरराष्ट्रीय युवा व्यवसायी पुरस्कार हासिल किया है वहीं, अब इस युवा ने देश को इलैक्ट्रिक वाहन देने का बुलंद मन बनाया है। राम शर्मा ने बताया कि उन्होंने पर्यावरण को बचाने के लिए इलैक्ट्रिक वाहनों के प्रचलन को शुरू किया है। इसी कड़ी में राम ने दिल्ली में ई-रिक्शा वाहनों को लॉच करके शुरूआत की है और अब हिमाचल के जिला कुल्लू में 28 दिसंबर को इन वाहनों की शुरूआत करने जा रहे हैं।
ताकि देश को बढ़ते पर्यावरण प्रदुषण के दुषपरिणामों के खतरे से बचाया जा सके। उन्होंने बताया कि जहां डायरेक्ट सेलिंग इंडस्ट्री विश्व में बहुत तेजी से लोगों को रोजगार मुहैया करवा रही है। भारत सरकार द्वारा सितंबर 2016 में इसकी गाइड लाइंज जारी कर दी गई है , जिसे राज्य सरकारे धीरे-धीरे अपने अपने राज्यों में लागू करने में जुट गई हैं। इस कड़ी में कुल्लू के निवासी राम शर्मा ने 2014 में वेदज ग्रुप संस्था की स्थापना की, और चंडीगढ़ से पूरे देश में आयुर्वेद, ओर्गानिक खेती को बढ़ावा देने के साथ अब आने वाले वक्त में पर्यावरण को बचाने के लिए इलैक्टिक वाहन को लाकर एक नई पहल की है। राम शर्मा ने दिल्ली और बड़ौदरा में ई-वाहनों के प्लांट शुरू कर दिए हैं ताकि देश के हर राज्यों के हर कस्बों में इन वाहनों को प्रचलित कर हिमालय के पर्यावरण को प्रदुषण मुक्त करवाया जा सके।
सनद रहे कि इस देवभूमि कुल्लू की माटी के गवरू ने देश का नाम दुनियाभर में रोशन किया है। राम शर्मा ने बताया कि जब उन्हें अंतराष्ट्रीय युवा आंट्रेप्रेनुर चुना गया तो उन्हें बेहद खुशी हुई। राम शर्मा आयुर्वेद के द्वारा पूरे भारत में बिमारियों से बचने के उपाय व दवाईयों के बारे में जागरूक करते रहे और अब देश को इलैक्ट्रिक वाहनों की सौगात देने में अग्रसर है। उन्होंने बताया कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि पहाड़ी राज्य में ई-वाहन कामयाब होंगे और भविष्य में ई-वाहनों के प्रचलन से यहां के पर्यावरण को बचाया जा सकेगा।