पुलिस थाना राजगढ़ प्रभारी द्वारा एक व्यक्ति के साथ मारपीट किये जाने और बाद में उसके खिलाफ झूठा मामला दर्ज किये जाने की धमकी देने और उस व्यक्ति की शिकायत थाना में दर्ज न किये जाने के खिलाफ स्थानीय युवाओं ने शहर में जोरदार प्रदर्शन किया। इस बाबत प्रशासन को भी शिकायत सोंपी। साथ ही सैकड़ो लोगों ने पुलिस थाना पंहुच कर पुलिस प्रशासन के खिलाफ जोरदार नारे बाजी और प्रदर्शन करते रहे।
इससे पहले की बात आगे बढती उपमंडलाधिकारी ने गुस्साए लोगों को से बात करने खुद पुलिस थाना पहुंचे और मामले को शांत करवाया। मामला तब तक ठंडा नही हुआ जब तक थाना प्रभारी से सार्वजनिक रूप से सबके सामने माफी नही मांगी। मामले के पीडि़त जोगिंद्रर सिंह जग्गी द्वारा प्रशासन को दिए गये पत्र में बताया गया है कि शुक्रवार शाम जब वह और कुछ अन्य लोग कोटली स्थित एक ढाबे पर खाना खा रहे थे। तो उस दौरान थाना प्रभारी पुलिस जीप में दो अन्य कर्मचारियों के साथ वहां आये और उसके साथ मारपीट करनी शुरू कर दी। जब पीडि़त व्यक्ति ने अपने साथियों को मारपीट किये जाने की विडिओ बनाने का अनुरोध किया। तो थाना प्रभारी उसे घसीट कर ढाबे से बहार ले कर आया और फिर से मारपीट की।
शनिवार सुबह जब जोगिद्रर सिंह थाना प्रभारी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करवाने थाने गया गया। तो उसके खिलाफ थाना प्रभारी द्वारा झुठा मुकदमा बनाने और हवालात में डालने के लिए पुलिस कर्मचारियों को कहा। साथ ही उसके साथ अन्य लोगों के खिलाफ भी मुकदमा बनाने को कहा। ताकि वो लोग उसकी गवाही न दे सके। पीडि़त व्यक्ति ने इस बारे राजगढ़ व्यापार मंडल और स्थानीय लोगों से बात की। जिसके चलते एकाएक सैकड़ो लोग सडक़ पर उतर आये और थाना प्रभारी मुर्दाबाद, पुलिस की गुंडा गर्दी नही चलेगी के नारे लगाते हुए उप मंडलाधिकारी व डीएसपी के कार्यलय गये। लेकिन अधिकारी अवकाश के चलते उपलब्ध नही हुए। तो अंत में नायब तहसीलदार को शिकायत पत्र सोंपा।
उसके बाद फिर यह जुलुस पुरे शहर से हो कर सोलन रोड स्थित पुलिस थाने पहुंचा। जहाँ युवाओं ने केवल अपना गुस्सा उप मंडलाधिकारी एसडी नेगी के समक्ष निकाला। बल्कि थाना प्रभारी ने सार्वजनिक रूप से माफी मांगने के बाद मामला शांत हुआ। इस दौरान पुरे मामले का न केवल सोशल मिडिया पर प्रसारण हुआ, बल्कि अधिकारीयों की बातो को भी रिकार्ड के लाइव किया गया है। बेशक मामला आपसी समझोते से उप मंडलाधिकारी एसडी नेगी के समझाने पर समाप्त हो गया, लेकिन उससे पहले मामला सोशल मिडिया में पुरे प्रदेश में चर्चा का विषय बन गया।