(जसवीर सिंह हंस) सिविल अस्पताल में एक प्राइवेट डाक्टर द्वारा आपातकाल में सेवाएं देने का मामला सामने आया था । सिविल अस्पताल में एक प्राइवेट डाक्टर द्वारा आपातकाल में सेवाएं दी जा रही थी। अस्पताल में रविवार को एक प्राइवेट एमडीएस डाक्टर आपातकालीन सेवाएं देते हुए देखे गए व मोके पर कोई भी सरकारी डॉक्टर मोजूद नहीं था | मीडिया द्वारा से मामला सामने आने पर शिमला में बैठे आला अधिकारियों ने इस मामले पर संज्ञान लिया है |
सूत्रों के मुताबिक प्राइवेट एमडीएस डाक्टर को हॉस्पिटल के ही एक फिजिशियन डॉक्टर जानकर होने के कारण इन्टर्न के नाम पर लेकर आये थे व अपने साथ बिठा रहे थे धीरे धीरे प्राइवेट एमडीएस डाक्टर बाकि डॉक्टर के साथ बैठने लग गया व हद तो तब हो गयी जब आपातकाल में भी डॉक्टर की गैर मोजुदगी में प्राइवेट एमडीएस डाक्टर सेवा दे रहा था एक व्यक्ति की मौत के बाद शव को लेकर हुए हंगामे के बाद मामला सामने आया व वही आरोप लगने के बाद प्राइवेट डाक्टर जो कि हॉस्पिटल में सेवाए दे रहा था भूमिगत हो गया है |
पांवटा साहिब सिविल अस्पताल में जाँच करने पहुचे सीएमओ संजय शर्मा ने कहा कि इस मामले में जांच की जाएगी। यह काफी गंभीर आरोप है। अस्पताल के सी सी टी वी कैमरो की जाँच होगी व अगर जांच में डाक्टर की कोताही पाई गई तो कार्रवाई होगी। आज इस मामले में सीएमओ संजय शर्मा जाँच करने खुद पांवटा साहिब सिविल अस्पताल में जाँच करने पहुचे और उन्होंने स्टाफ व डॉक्टर से पूछताछ की |