लंबे समय से घुमारवीं में चल रहे निजी क्लीनिक के साथ मिलकर लिंग जांच की गैर कानूनी गतिविधियों का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया। गर्भवती महिलाओं के लिंग जांच करवाने के गोरखधंधे में शामिल उपमंडल नादौन की महिला शामिल थी। हमीरपुर में आयोजित पत्रकार वार्ता में डीसी राकेश कुमार प्रजापति और एसपी हमीरपुर रमन कुमार ने कहा कि तीस जनवरी से तीन फरवरी तक चले इस स्टिंग आपरेशन के लिए लिए एक टीम का गठन किया गया। जिसमें डीसी, एसपी हमीरपुर सहित सीएमओ हमीरपुर, महिला एवं बाल विकास अधिकारी हमीरपुर और एसआई पूजा मुख्य रूप से मौजूद रहे।
एक महिला द्वारा सदर थाना में भ्रूण जांच करने की शिकायत करने के बाद जिला प्रशासन अलर्ट हो गया।इस बीच पुलिस को पता चला कि घुमारवीं में भ्रूण जांच के लिए औरतों को ले जाने का काम नादौन उपमंडल की एक महिला करती है। महिला को पकड़ने और सबूत इकट्ठा करने के लिए महिला का स्टिंग आपरेशन करने का निर्णय लिया गया। इस स्टिंग आपरेशन की जिम्मेवारी युवा महिला एसआई पूजा को दी गई। पूजा ने इस जिम्मेवारी को बखूबी निभाया। घुमारवीं में भ्रूण जांच करने वाले डाक्टर को पकड़ने की तैयारी 30 जनवरी से ही कर ली थी।
एसआई पूजा ने किया गोरखधंधे का पर्दाफाश
जिला प्रशासन ने इसके लिए पूजा को जरूरी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण भी उपलब्ध करवाए। प्रशासन की मदद करने के लिए एक गर्भवती महिला भी तैयार हो गई।एसआई पूजा गर्भवती महिला की छोटी बहन बनकर उक्त महिला के पास गई जो भ्रूण की जांच करवाने के लिए महिलाओं को घुमारवीं भेजती थी। महिला की पहचान सुषमा निवासी नादौन उपमंडल के रूप में हुई है। महिला ने बताया कि वह यह काम 25 वर्षों से कर रही है।
एसआई पूजा जब इस मामले को लेकर उक्त महिला के पास गई तो महिला ने एसआई और गर्भवती महिला को भ्रूण जांच के लिए शनिवार का समय दिया। शनिवार को जब गर्भवती और एसआई उक्त क्लीनिक में पहुंची तो वहां मौजूद चिकित्सक ने महिला का भ्रूण जांचने का कार्य शुरू कर दिया। इतने में पुलिस की टीम ने क्लीनिक में छापा मारकर आरोपी चिकित्सक को रंगे हाथ पकड़ लिया है।आरोपी महिला ने भ्रूण जांच करवाने के लिए गर्भवती महिला से 18 हजार रुपये की फीस ली थी और गर्भपात करवाने के दस हजार रुपये और मांगे थे।पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर अगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।