(धनेश गौतम) आनी खंड की ब्युंगल पंचायत के मढ़ेड गांव में मंगलवार दोपहर बाद एक मकान में अचानक आग लग गई। जिसमें तीन मंजिला मकान के छ: कमरे पूरी तरह से जलकर राख हो गए। मकान में परिवार की जीवन भर की जमा पूंजी जलकर राख हो गई। मकान पूरी तरह से लकड़ी का बना था। ग्रामीणों के अनुसार आग इतनी भयानक थी कि देखते ही देखते मकान राख में तबदील हो गया।
जबकि साथ लगते एक मकान को भी आंशिक रूप से नुकसान हुआ। घटना के समय घर में कोई नहीं था। ग्रामीणों की मदद से आस पास के दर्जनों घरों को बचाया जा सका। हालांकि आनी से दमकल विभाग भी मौके के लिए रवाना हुआ लेकिन तबतक सब कुछ राख हो चुका था। ब्युंगल पंचायत के पूर्व प्रधान ध्यान सिंह वर्मा ने बताया कि मंगलवार दोपहर करीब अढाई बजे संगतराम के बिजली के मीटर में ग्रामीणों ने बड़े जोर की आवाज सुनी।
जिसके बाद उनके मकान में आग की लपटें उठने लगी। आसपास के लोगों ने मदद के लिए पुकार की, तो साथ लगते कुठेड, चलोठी, मशोग, रमोही, चलोली आदि गांव के ग्रामीणों ने तुरंत आकर आग पर काबू पाने की कोशिशें की। आग को बूझाने के लिए पानी ढोकर लाना पड़ा, पॉवर पंप का भी सहारा लिया गया। क्षेत्र में पानी के अभाव के चलते भी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। ग्रामीणों के अथक प्रयासों से साथ लगते दो भाइयों राजू और बिट्टु के सामुहिक मकान को आंशिक नुकसान होने के बावजूद बचाया जा सका।
इस दौरान स्वास्थ्य विभाग दलाश के चिकित्सक प्रवीन भी मौके पर पहुंचे। हालांकी नुकसान कई लाखों में बताया जा रहा है। ग्रामीणों के अनुसार आग में एक चक्की मशीन के अलावा रिहायशी घर का पूरा सामान नकदी, सोना -चांदी आग में जलकर राख हो गया। इधर नाइब तहसीलदार आनी बीरवल ने बताया कि सूचना मिलते ही पटवारी को मौके पर भेजा गया है। नुकसान का आकलन करने के बाद प्रभावित परिवार को फौरी राहत दे दी जाएगी।
फोन से ग्रामीणों ने दी घर में लगी आग की सूचना – संगत राम को तो पता भी नहीं था कि उसके सपनों का घर राख हो चुका है। एक तरफ मुसीबतों का मारा संगतराम जहां अपनी पत्नि के इलाज के लिए शिमला गया था वहीं पीठ पीछे अनहोनी ने उसका घर इस तरह से खत्म कर दिया, कभी सोचा भी नहीं था। संगत राम का बेटा भी शिमला में था जबकि घर में ताला लगा हुआ था। जैसे ही संगतराम को घटना के बारे सूचना दी तो संगतराम को दुखों का पहाड़ टूट पडा।