जिला में बढ़ रही आगजनी की घटनाओं पर निय़ंत्रण करने के लिए आमजन अपनी सहभागिता निभाना सुनिश्चित करें ताकि जानमाल की सुरक्षा के साथ राष्ट्रीय वन संपदा और पर्यावरण को संरक्षित किया जा सके। एएसपी भागमल ठाकुर ने जानकारी देते हुए बताया कि आग लगाने वाले असमाजिक तत्वों पर पुलिस विभाग द्वारा शिकंजा कसने के लिए प्लान तैयार कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि आगजनी की घटनाओं को अंजाम देने वालों के विरूद्ध अपराधिक मामले दर्ज करके भारतीय दंड संहिता व वन अधिनियम की धाराओं के तहत कड़ी कार्यवाही अमल लाई जा सके।
उन्होंने बताया कि आवश्यक है कि कुछ लोग निजी स्वार्थ के लिए जंगलों में आग की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं उनकी पहचान के लिए ग्रामीण स्तर पर सर्तकता एवं निगरानी समितियों का गठन करके उन्हें सलाखों के पीछे लाने की प्रक्रिया अमल में लाई जा रही है। उन्होंने बताया कि आगजनी की घटनाओं में संदिग्ध कुछ लोग पुलिस की राडार में हैं जिनके विरूद्ध पुलिस तथ्यों को जुटाने की कार्यवाही की जा रही है। उन्होंने कहा कि जंगलों में बढ़ रही आगजनी की घटनाओं पर रोक लगाना सभी वर्ग के लोगों का सामूहिक दायित्व है। अपने कर्तव्यों का तत्परता से निर्वहन करके न केवल आगजनी की घटनाओं को रोका जा सकता है अपितु करोड़ों रूपए की राष्ट्रीय सम्पति को नष्ट होने से भी बचाया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि इसमें कोई अतिश्योक्त्ति नहीं कि स्थानीय असमाजिक तत्वों द्वारा जंगलों में अपने निजी स्वार्थ के लिए आग लगाई जा रही है लेकिन आमजन का कर्तव्य एवं दायित्व बनता है कि वे उन लोगों की पहचान कर इसकी सूचना सम्बन्धित विभागों तक पहुवाएं ताकि आग लगाने वाले लोगों के खिलाफ दंडित करने के लिए कड़ी कार्यवाई अमल में लाई जा सके। उन्होंने कहा कि आग लगाने वाले की सूचना देने वाले को पुरस्कार दिया जाएगा और उनका नाम गोपनीय रखा जाएगा।
बाक्स- इस अवसर पर आरओ फोरेस्ट सदर नशीत मिश्रा ने बताया कि यह बिडंम्बना है कि लोग अच्छे घास के लालच में वनों को आग को भेंट चढा रहे हैं लेकिन वास्तविकता यह है कि आगजनी और गर्म जलवायु के कारण घास का बीज पैदा होने से पहले ही खत्म हो रहा है और जंगलों में लैंटाना झाड़ियों का प्रकोप बढ़ रहा है।उन्होंने कहा कि भारतीय वन अधिनियम के अनुसार प्रत्येक भारतीय की नैतिक जिम्मेदारी है कि वे आगजनी की घटनाओं के दौरान आग को बुझाने के लिए अपना सहयोग दें और आगजनी की घटनाओं की सूचना भी देना सुनिश्चित बनाएं।