मामला 14 जुलाई 2007 का है जब कल्याण सिंह निवासी श्यामपुर गोरख वाला तहसील पावटा साहिब सुबह करीब 4:00 बजे अपने घर पर थे तभी उनके पड़ोस में बने बोरवेल के बने कमरे के अंदर कोई आदमी चोरी करने के लिए आया था तभी अपने बेटे प्रीतम सिंह के साथ वह चोर को पकड़ने भागे इसी दौरान चोर में उनके बेटे प्रीतम में हाथापाई हो गई तथा इसी दौरान उनके बेटे ने चोर को रोकने इरादे से उसके हाथ पर चोट मारी परंतु चोर ने उनके बेटे के शरीर में चाकू से ताबड़तोड़ हमले कर डालें| घायल प्रीतम सिंह को हॉस्पिटल ले जाया गया परंतु वहां पर उसको मृत घोषित कर दिया गया |
इसके बाद पुलिसया कार्रवाई का खेल शुरू हुआ उस समय की डीएसपी शुभरा तिवारी एस एच ओ नरवीर राठौर व सिंहपुरा चौकी प्रभारी एएसआई हरजीत सिंह मौके पर पहुंचे तथा पुलिसिया कार्रवाई को अंजाम देने लगे मृतक के पिता कल्याण सिंह का कहना है कि एएसआई हरजीत सिंह पहले से ही उनके खिलाफ था तथा सारी कार्यवाही को खराब करने में जुट गया आरोप यह भी है कि उस समय के विधायक ने दबाव डालकर कुछ लोगों को बचाने के लिए पुलिसिया कार्रवाई को गलत दिशा दिखा दी मामले में आयो भी बदला गया परंतु जाँच चौकी इंचार्ज सिंह पुरा एएसआई हरजीत सिंह के पास ही रही मृतक के पिता न्याय की आस को लेकर दर-दर की ठोकरें खाते रहे परंतु कोई कार्यवाही ना हो सकी |
मुख्यमंत्री तक गुहार लगाने के बाद भी पड़ताल को गलत रास्ते पर मोड़ कर किसी अन्य व्यक्ति को आरोपी बना दिया गया मृतक के पिता का आरोप है कि असली आरोपी रघुवीर के खिलाफ सारे सबूत पुलिस द्वारा नष्ट कर दिए गए तथा अन्य व्यक्ति को आरोपी बनाकर उसके खिलाफ झूठे सबूत कोर्ट में पेश किए गए जो कि कोर्ट में नहीं टिक सके तथा आरोपी कोर्ट से बरी हो गए इस मामले में हाईकोर्ट द्वारा आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए डीजीपी को निर्देश दिए गए थे जिसके बाद आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई गई |
परंतु अब गत दिनों मृतक के पिता को हिमाचल प्रदेश के डीजीपी ऑफिस से एक सूचना प्राप्त हुई है जिसमें बताया गया है कि आरोपी पुलिसकर्मी नरवीर सिंह राठौर जोकि इस समय प्रमोट होकर एच पी एस अधिकारी के रूप में शिमला में सेवाएं दे रहे हैं के खिलाफ कोई भी कार्रवाई ना कर उन को क्लीन चिट दे दी गई है वहीं उस समय के सिंह पुरा चौकी प्रभारी ए एस आई हरजीत सिंह को भी ऊना पुलिस अधीक्षक द्वारा क्लीन चिट देकर दुबारा उनकी सेवाएं बहाल करने के लिए तथा उनकी 2 साल की नौकरी फॉरफीट की गई थी को दोबारा बहाल करने के आदेश दिए गये हैं |
मृतक के पिता कल्याण सिंह ने गुहार लगाई है कि आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए क्योंकि उन्हीं की लापरवाही से उनके बेटे की हत्या के आरोपी बरी हुआ है तथा उनके बेटे की हत्या के मामले में उनको इंसाफ नहीं मिल पाया है इसलिए आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए | अब देखना यह है कि क़ानूनी दाव पेंच में फंसा गरीब पिता अपने मृतक बेटे को इंसाफ दिलवा पायेगा या नहीं | इंसाफ के लिए खून के आंसू रो रहा गरीब पिता आरोपी पुलिस कर्मियों के खिलाफ क़ानूनी जंग जीत जायेगा या सिस्टम के आगे घुटने टेक देगा |