(ज्योति ठाकुर) एससी/एसटी एक्ट के विरोध में सवर्ण समाज अनारक्षित मंच के हिमाचल बंद के आह्वान पर आज नूरपुर, राजा का तालाब व रैहन बाजार बंद रहे। नूरपुर सवर्ण समाज मंच ने राष्ट्रपति व पीएम को उपमंडल अधिकारी के माध्यम से ज्ञापन भी भेजा। नूरपुर शहर में आक्रोश रैली निकाली गई व केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
धरना-प्रदर्शन में लोगों ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया। इस दौरान केंद्र सरकार से मांग की गई कि जल्द ही एससी, एसटी के नए कानून को सुप्रीम कोर्ट के माध्यम से निरस्त किया जाए। सवर्ण समाज संयुक्त मंच पर कर्नल नरेंद्र पठानिया, डॉ. रमेश कालिया, अशोक शर्मा, राजपूत सभा के जीएस पठानिया, ब्राह्मण सभा के नरेश शर्मा व महाजन सभा के सदस्यों ने कहा कि सवर्ण समाज पहले ही आरक्षण का दंश झेल रहा है।
ऊपर से केंद्र सरकार ने उपरोक्त काले कानून को थोप कर न केवल समस्त हिंदू समाज को बांटने की कोशिश की है, बल्कि सामाजिक सौहार्द को बिगाड़ने का भी काम किया है। एसस, एसटी के नए कानून को लागू करने के विरोध में आज हिमाचल बंद किया गया है, जिसमें सभी व्यापारी वर्ग का सहयोग मिला है।
बाइक रैली निकाली फतेहपुर व धमेटा में भी बाजार बंद रहे। काले झंडे लेकर रोष रैली भी निकाली गई। गाड़ियों व बाइक निकाली रैली रैहन बाजार से होते हुए राजा का तालाब फिर राजा का तलाब से रैहन होते हुए फतेहपुर पहुंची। सवर्ण समुदाय के लोगों ने इस दौरान केंद्र सरकार को चेताया कि अगर जल्द एससी,एसटी के नए कानून को सुप्रीम कोर्ट के माध्यम से निरस्त नहीं किया तो आने वाले चुनाव में सरकार को गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे।
इस मौका पर उपेंद्र चंबियाल कहा कि जातिवाद के साथ काला कानून को खत्म करने की प्रतिज्ञा लेनी होगी। वहीं, राजपूत सभा के सदस्य राघव पठानियां ने कहा कि एससी/एसटी के नए कानून को लागू करने के विरोध में आज हिमाचल बंद किया गया है, जिसमें सभी व्यापारी वर्ग का सहयोग मिला है। उन्होंने कहा कि आज सवर्ण वर्ग की दुर्गति हो रही है। उन्होंने ने कहा कि केन्द्र सरकार वोट राजनीति कर रही है, जिसे सहन नहीं किया जाएगा।