(जसवीर सिंह हंस ) गता दिवस इमरजेंसी में तेनात डॉक्टर रिचा तिवारी ने गरीब मरीज को उसके गंदे व फटे हुए कपड़े देखकर इलाज देने से इंकार कर देने व गरीब मरीज घंटो तक हॉस्पिटल के बाहर तडफता रहा व बिना प्राथमिक उपचार के ही उनको नाहन रेफर कर देने के मामले में अब तक आरोपी डॉक्टर क्र खिलाफ कोई कारेवाही नहीं की गयी है |एस एम् ओ डॉक्टर संजीव सहगल व सी एम् ओ सिरमौर संजय शर्मा ने आरोपी डॉक्टर पर कारेवाही की बात की थी | वाही मामला हेल्थ डायरेक्टर बलदेव कुमार शिमला तक पहुचने के बाद भी शायद अधिकारी डॉक्टर की गलती मानने को तेयार नहीं है |
आज भी पीड़ित परिवार ईलाज के लिए अस्पताल में डॉक्टर के चक्कर काट रहा था व उसको एक्सरे के लिए भी 300 रुपए जमाकरवाने के लिए कह दिया गया था जबकि सरकार गरीबो का ईलाज मुफ्त करने के दावे करती है | मिडिया के मामले में दखल के बाद एस एम् ओ डॉक्टर संजीव सहगल ने उसका फ्री में एक्सरे करवाया | वही शहर में समाजसेवी भी उनकी सुध लेने व सहायता करने तक हस्पताल तक नहीं पहुच सके है | वही जो राजनेता फल बाँटने भी हस्पताल पहुच जाते है गरीबो की कोई मदद नहीं कर सके है क्यूंकि उनको सिर्फ वोट बैंक की राजनीती करनी है |