(धनेश गौतम )मणिकर्ण के कटागला के बाद अब खोखण नाला में बाढ़ आने से भुंतर बाजार जलमग्न हो गया है। यहां खोखण नाला का सारा मलवा भुंतर बाजार में घुस आया है और बाजार में अफरा तफरी का माहौल है।
उधर भारी बारिश के चलते शिमला, किन्नौर, कांगड़ा मंडी, चंबा, हमीरपुर, सोलन और कुल्लू जिलों के सभी शैक्षणिक संस्थानों में अवकाश घोषित कर दिया गया है। प्रदेश के जिला कुल्लू,कांगड़ा व मंडी में रविवार सांय से मूसलाधार बारिश का क्रम जारी है। जिस कारण जहां जगह जगह लेडसलाइड हो रहा है वहीं मणिकर्ण घाटी के कटागला में बादल फटने से तबाही मची है। यहां पूरा गांव जलमग्न हो गया है तथा गांव के लोगों ने भाग कर जान बचाई है। इसके अलावा कुछ घरों में विदेशी पर्यटक व कुछ परिवार फंस गए थे जिन्हें सुरक्षित बाहर निकालने की सूचना है। सुबह के समय भी गांव में मलवा वह रहा है और अधिकतर लोगों ने भारी बारिश में खुले में रात बिताई है। जबकि कुछ परिवारों ने सुरक्षित घरों में शरण ली है।
यहां पर खड़ी फसल व फलदार बागीचे भी बह गए हैं। भारी बारिश के कारण मणिकर्ण सड़क मार्ग में जगह जगह भू संखलन हुआ है जिस कारण राहत व बचाब कार्य में देरी हो रही है। उधर जिला के अन्य क्षेत्रों में भी हालत खराब है। ब्यास व पार्वती में भारी उफान आ गया है। उधर आनी के नालदेरा खड्ड में बाढ़ आ गई है। यहां पेयजल लाइनें टूट गई हैं और लोगों में भय का माहौल है। लोगों ने प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है। तीन साल पहले यहां बाढ़ आने से भारी नुकसान हो चुका है। उधर डीसी कुल्लू यूनुस ने लोगों से अपील की है कि भारी बारिश में संवेदनशील क्षेत्रों में न जाएं और अपने बच्चों को स्कूल न भेजें।