मुख्यमंत्री ने किया 250 बिस्तरों वाले हमीरपुर आयुर्विज्ञान महाविद्यालय का शिलान्यास

 

मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री  जे.पी. नड्डा की उपस्थिति में डॉ. राधाकृष्णन राजकीय आयुर्विज्ञान महाविद्यालय हमीरपुर के 250 बिस्तरों वाले अस्पताल का शिलान्यास किया। उन्होंने डॉ. राधाकृष्णन राजकीय आयुर्विज्ञान महाविद्यालय हमीरपुर के आवासीय खण्ड का लोकार्पण तथा गांव थाई में मेडिकल कॉलेज के परिसर का ऑनलाइन शिलान्यास भी किया।

You may also likePosts

आयुर्विज्ञान महाविद्यालय के भवन का निर्माण 206 करोड़ रुपये से किया जाएगा, जबकि आवासीय खण्ड के निर्माण पर 1.91 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।इस अवसर पर एक जनसभा को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आज का दिन जिला हमीरपुर के लिए ऐतिहासिक दिन है क्योंकि बहुप्रतीक्षित आयुर्विज्ञान महाविद्यालय का लोकार्पण किया गया तथा प्रदेश के इस छठें आयुर्विज्ञान महाविद्यालय में एमबीबीएस के छात्रों के लिए 100 सीटें होंगी। आयुर्विज्ञान महाविद्यालय निकट के लगभग चार जिलों के लोगों को श्रेष्ठ स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाएगा।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार केन्द्रीय सरकार द्वारा हिमाचल प्रदेश को उदार वित्तीय सहायता तथा प्रदेश की सभी मांगों को पूरा करने के लिए हमेशा आभारी रहेगी। उन्होंने कहा कि केन्द्र के सहयोग से राज्य में स्वास्थ्य तथा अन्य क्षेत्रों में क्रांति स्तर पर प्रगति हुई है। पूर्व सरकार ने लोगों को केवल स्वप्न दिखाए तथा खोखले वायदे किए, लेकिन वर्तमान सरकार स्वप्नों को पूरा करने में विश्वास रखती है तथा पांच माह के अल्पकाल में जमीनी स्तर पर जनता द्वारा परिणामों को स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है।

जय राम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के प्रतिनिधि सदैव केन्द्र सरकार के समक्ष प्रदेश के मुद्दों को प्रभावी ढंग से उठाने में विफल रहे है, जबकि भाजपा के सांसदों ने प्रदेश में रेलवे विस्तार, राष्ट्रीय उच्च मार्गों का निर्माण, स्वास्थ्य अधोसंरचना का सुदृढ़ीकरण, आईआईआईटी, केन्द्रीय विश्वविद्यालय तथा अन्य संस्थान आदि की स्थापना जैसे मुद्दों को लगातार उठाया है तथा केन्द्र ने इन सभी मांगों को स्वीकार किया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार नई सोच के साथ कार्य कर रही है तथा हिमाचल प्रदेश को विकास व समृद्धता की नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने के लिए नई पहलों पर कार्य आरम्भ कर दिया है।उन्होंने कहा कि प्रदेश में सरकारी क्षेत्र में छह तथा निजी क्षेत्र में एक आयुर्विज्ञान महाविद्यालय के खुलने से लगभग 750 चिकित्सक उपलब्ध होंगे, जिससे प्रदेश में विशेषज्ञों व चिकित्सा अधिकारियों की मांग को पूरा करने में सहायता मिलेगी।

स्थानीय प्रतिनिधियों की मांग पर मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि हमीरपुर शहर में बस अड्डा, इंडोर स्टेडियम व पार्किंग के निर्माण की संभावनाएं तलाशी जाएंगी। उन्होंने आश्वासन दिया कि वरिष्ठ नागरिक परिषद हमीरपुर के भवन के निर्माण के लिए भी सरकार पूर्ण सहयोग प्रदान करेगी।केन्द्रीय मंत्री जे.पी. नड्डा ने कहा कि भारत सरकार हिमाचल प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार के लिए पहले से ही तैयार है तथा कम आबादी होने के बावजूद भी प्रदेश को चार आयुर्विज्ञान महाविद्यालय, एम्ज व अन्य विभिन्न चिकित्सा संस्थान प्रदान किए गए हैं, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में भी स्वास्थ्य अधोसंरचना को सुदृढ़ करने में सहायता मिलेगी।

उन्होंने कहा कि प्रदेश के आठ जिलों में डायलिसिस की सुविधा उपलब्ध है तथा अब किडनी रोगियों को डायलिसिस के लिए पीजीआई चंडीगढ़ व अन्य स्थानों पर जाने की आवश्यकता नहीं है। भारत सरकार ने प्रदेश में आईजीएमसी शिमला व टांडा मेडिकल कॉलेज में सुपर स्पेशियलिटी खण्डों, ऊना, सुन्दरनगर, बिलासपुर, मण्डी, घुमारवीं, कांगड़ा, चम्बा तथा नूरपुर में मातृ व शिशु स्वास्थ्य केन्द्रों के अतिरिक्त मण्डी में टर्शरी कैंसर केन्द्र सहित विभिन्न स्वास्थ्य परियोजनाएं प्रदान की हैं।

उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने देश में महत्वाकांक्षी आयुष्मान भारत कार्यक्रम को आरम्भ किया है, जिसके अन्तर्गत विभिन्न गंभीर रोगों के ईलाज के लिए 55 करोड़ लोगों को पांच लाख रुपये सालाना का बीमा प्रदान किया जा रहा है।केन्द्रीय मंत्री ने आश्वासन दिया कि हमीरपुर आयुर्विज्ञान महाविद्यालय परिसर में मातृ व शिशु स्वास्थ्य केन्द्र तथा नर्सिंग अस्पताल स्थापित करने की मांग पर निकट भविष्य में विचार किया जाएगा।

इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री श्री प्रेम कुमार धूमन ने हिमाचल प्रदेश को विभिन्न विकासात्मक पहलों के लिए उदार सहायता प्रदान करने के लिए भारत सरकार का धन्यवाद व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने सदैव प्रदेश की मांगों पर विचार किया है तथा निकट भविष्य में प्रदेश को और अधिक बड़ी परियोजनाएं प्रदान की जाएगी।

स्वास्थ्य मंत्री विपिन सिंह परमार ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के लोगों को श्रेष्ठ स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। प्रदेश सरकार सुनिश्चित कर रही है कि लोगों की सुविधा के लिए प्रत्येक स्वास्थ्य संस्थान में चिकित्सक उपलब्ध हो। उन्होंने कहा कि प्रदेश में चिकित्सा अधिकारियों के 272 पद तथा दंत चिकित्सकों के 52 पद भरे गए हैं तथा शीघ्र ही आयुर्वेदिक चिकित्सा अधिकारियों के 200 पद, नर्सों के 1007 तथा पैरा मेडिकल स्टाफ के 2000 पद भरे जाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में डायलिसिस की सुविधा 12 स्थानों पर आरम्भ की गई है।

सांसद अनुराग ठाकुर ने हमीरपुर में आयुर्विज्ञान महाविद्यालय प्रदान करने के लिए मुख्यमंत्री तथा केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने जिला बिलासपुर में एम्ज तथा जिला ऊना में पीजीआई सैटेलाइट केन्द्र स्वीकृत करने के लिए भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने केन्द्र सरकार का प्रदेश में आईआईआईटी, इंजीनियरिंग कॉलेज, केन्द्रीय विश्वविद्यालय, मेडिकल कॉलेज व अनेक अन्य संस्थानों तथा केवल हमीरपुर संसदीय क्षेत्र को ही 25 राष्ट्रीय उच्च मार्ग प्रदान करने के लिए आभार व्यक्त किया।

स्थानीय विधाक नरेन्द्र ठाकुर ने इस अवसर पर धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया तथा मुख्यमंत्री का क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण, सड़कों की देखभाल तथा सिंचाई एवं पेयजल आपूर्ति योजनाओं को आरम्भ करने को प्राथमिकता प्रदान करने के लिए आभार व्यक्त किया।

ग्रामीण विकास व पंचायती राज मंत्री वीरेन्द्र कंवर, विधायक सुभाष ठाकुर, राजेन्द्र गर्ग और कमलेश कुमारी, पूर्व विधायक बलदेव शर्मा व विजय अग्निहोत्री, हमीरपुर जिला के भाजपा अध्यक्ष अनिल शर्मा, मुख्यमंत्री के ओएसडी वीरेन्द्र धर्मांणी, मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार रोहित सावल, अतिरिक्त मुख्य सचिव बी.के. अग्रवाल व डॉ. श्रीकांत बाल्दी, निदेशक मेडिकल शिक्षा डॉ. अशोक तथा प्रदेश सरकार के अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

Related Posts

Next Post

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!