( धनेश गौतम ) जिला कुल्लू के खाड़ागाड़ वार्ड से जिप सदस्य जीतकर आए कांग्रेस समर्थित उम्मीदवार दुष्यंत ठाकुर ने सोमवार को जिला परिषद हॉल में गोपनीयता की शपथ ली। यह शपथ एडीसी कुल्लू ने दिलवाई और जिप अध्यक्ष रोहिणी चौधरी सहित कई गणमान्य उपस्थित रहे। मंगलवार को दुष्यंत ठाकुर जिप की पहली बैठक में भाग लेंगे। बंजार विस् क्षेत्र के तहत खाड़ागाड़ उप जिप चुनाव में दुष्यंत ने जीत दर्ज कर कांग्रेस में हीरो बन गए हैं । कांग्रेस इसको 2019 के लिए अच्छे संकेत मान रही है। यहां इस चुनाव में स्थानीय विधायक सुरेंद्र शौरी अपनी प्रतिष्ठा नहीं बचा पाए हैं। गौर रहे कि यहां कुल मतदान 13044 हुआ था जिसमें दुष्यंत ठाकुर को 6913 मत पड़े और बालक राम को 5948 मतों पर संतोष करना पड़ा था।
110 मत रिजेक्ट हुए और 73 मत नोटा को पड़े थे। मात्र छह माह में बंजार की जनता ने भाजपा को दर्शा दिया कि अब जनता का उनसे मोह भंग हो गया है। जनता में सत्तापक्ष के खिलाफ यहां भारी आक्रोश रहा। जो वादे चुनाव के दौरान किए थे वे एक भी पूरे नहीं होने के कारण जनता ने सत्तापक्ष के खिलाफ रूझान दिए। इसलिए जनता ने भाजपा को सत्ता में होते हुए करार जवाब दिया है कि सत्ता की चाबी आखिर जनता के हाथ में है। उधर दुष्यंत की जीत के बाद कांग्रेस में जश्न का माहौल है। पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कुल्लू दौरे के दौरान दुष्यंत को बधाई दी और इसे कांग्रेस की जीत बताया। वीरभद्र सिंह ने कहा है कि भाजपा के लिए यह चुनाव प्रतिष्ठा से कम नहीं था। भाजपा ने इस चुनाव को जीतने के लिए पूरी मशीनरी लगा ली थी फिर भी जनता के सामने एक नहीं चली। यहां यह चुनाव भाजपा विधायक
सुरेंद्र शौरी वर्सिज कांग्रेस प्रत्याशी दुष्यंत माना जा रहा था।
इसी लिए भाजपा विधायक की छह माह के विकास से यह चुनाव जोड़ा गया है। वहीं भाजपा ने चुनाव जीतने के लिए सरकार की पूरी मशीनरी इसी वार्ड में लगा दी पर जनता के आगे एक न चली। जनता का मानना है कि भाजपा द्वारा विकास व बदलाव की सिर्फ कोरी अफवाहें ही फैलाई गई यही कारण है कि भाजपा समर्थित उम्मीदवार को इस चुनाव में हार का सामना करना पड़ा। लेकिन मतदाताओं के मन में क्या चला था और क्या बात चली थी इसको लेकर प्रत्याशी भी खासे परेशान थे लेकिन यहां दुष्यंत की जीत पहले से ही इसलिए मानी जा रही थी कि विधायक जनता की उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे थे। इस बार जनता बंजार के भविष्य को देख कर मतदान करने के पक्ष में साफ नजर आई। उधर चुनाव हारने के बाद भाजपा चारों तरफ से घिर गई है। भाजपा के ही पूर्व अध्यक्ष चुन्नी लाल ने आरोप लगाया है कि विधायक ने उन्हें बिना मीटिंग किए और बिना चुनाव या बूथों की बैठक किए ही बाहर किया। इसी तरह अधिकतर बूथ अध्यक्षों को भी असंवैधानिक तरीके से हटाया और वहां पर अपने चेहतों को पद दिए गए।