( जसवीर सिंह हंस ) विधुत विभाग द्वारा रोजाना लगाये जा रहे बिजली के कट ने लोगों को खून के आंसू निकालने पर मजबूर कर दिया है ।करोडो रुपए लगाकर पुरे शहर की खम्बे और ट्रासफार्मर व लाइन बदने के बाद भी शहर की बिजली वयवस्था नहीं सुधरी है शायद जनता को परेशान करने का ठेका बिजली बोर्ड ने ले लिया है |लगभग हर घंटे बाद लग रहे अघोषित बिजली कट से लोग हलकान हैं।
यह हालात पिछले करीब एक सप्ताह से है। बिजली निगम ठोस कारण बताने में असमर्थ है, लेकिन बार-बार के कट से लोगों का दिन का चैन और रात की नींद छिन गई हैं। सुबह लोगों की जाग होने पर बिजली कट लगना शुरू हो जाता है। इससे प्रात:काल को बिजली से जुड़े घरेलू कार्य प्रभावित हो जाते हैं। कई बार आपूर्ति में गड़बड़ होने से पीने के पानी की आपूर्ति तक में समस्या खड़ी हो जाती है।
वही गत दिनों शहर में आये उद्योग मंत्री मंत्री ने भी बिजली की समस्या को लेकर बिजली बोर्ड के अधिकारियो को झाड़ लगायी थी | परन्तु ये झाड़ उद्योगों को पूरी बिजली देने को थी व विधायक सुखराम चौधरी ने भी आम जनता की बात न करते हुए केवल उद्योगों को पूरी बिजली देने व लो वोल्टेज की समस्या की बात की थी | शायद आने वाले लोकसभा में फंड की किल्लत न हो इसलिए उद्योगों का पूरा ख्याल रखा जा रहा है |
परन्तु जब से सुखराम चौधरी विधायक बने है जनता परेशान है आम जनता रोजाना लगने वाले बिजली के कट से परेशान हो गयी है व नेता जी उद्योगों की बिजली समस्या दूर करने पर पर फोकस करे हुए है | रोजाना करीब 10 से 15 बार कट लग रहे है अधिकारी किसी की सुन नहीं रहे है मंत्री जी आम आदमी को बिजली उपलब्ध करवाने के आदेश नहीं दे सकते | अब जनता शायद लोकसभा चुनाव में ही बदला लेने की तेयारी कर रही है |
जानकर मानते हैं कि गर्मी को देखते हुए यह कट टाले जा सकते है और शहर को तपती गर्मी से कुछ राहत मिल सकती है । मंगलवार को पांवटा साहिब का तापमान 43 डिग्री के पार था । ऐसे में विधुत विभाग द्वारा लगाये गये करीब 10 कट लोगों को इफैक्टिड़ कर गया। इसमें स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों की हालत सबसे ज्यादा खराब रही । इसके अलावा SDM कोर्ट, तहसील व अन्य विभागों में भी काम इस इस झुलसा देने वाली गर्मी ने लोगों को खून के आंसू रोने पर मजबूर कर दिया ।
वही यदि किसी घरेलू उपभोक्ता पर हजार दो हजार का बिल बाकी रह जाता है तो बिजली बोर्ड के कर्मचारी मीटर का कनैक्शन काटने पहुंच जाते है और वही दूसरी ओर सरकारी महकमों व फेक्टरी मालिको पर पर सिर्फ नोटिस देकर पल्ला झाड लेते है। ऐसा पहली बार नही हो रहा है बीते कई दशकों से यही आलम चला आ रहा है। घरेलू उपभौक्ता तो मिन्नतें करता रह जाता है और बिजली बोर्ड के तृतीय व चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी हैकडी दिखाते रहते है। और सरकारी महकमों व उधोयोगो पर विभाग के आला अधिकारियेां की एक नही चलती। इस बारे में एक्स ई एन बिजली बोर्ड ने बताया कि सब स्टेशन बद्री पुर व पांवटा साहिब के चार फिड़रो पर बहुत लोड है । लोगो को बिजली देने की पूरी कोशिश की जा रही है |