शिक्षा में गुणवत्ता लाने के लिए स्कूलों में रिक्त पदो ंके तहत जो भी सेवानिवृत अध्यापक, क्षेत्र के शिक्षित व सेवानिवृत लोग भी स्वेच्छा से अपनी सेवाएं देकर बच्चों को पढ़ानें में अपना सहयोग दे सकते है ताकि विद्यार्थियों का भविष्य उज्जवल हो और स्कूल का शतप्रतिशत परिणाम भी सम्भव हो। यह बात उपायुक्त विवेक भाटिया ने प्रशासन में दक्षता कार्यक्रम के तहत आयोजित बैठक में विभिन्न विकास कार्यों की समीक्षा करते हुए कही।
उन्होंने उप निदेशक उच्च शिक्षा को निर्देश देते हुए कहा कि ऐसे अध्यापकों की सूची उपलब्ध करवाएं जो कि विभिन्न विषयों में निपुण सेवानिवृत हो और समय निकालकर स्वेच्छा से अपने समीप के स्कूल में बच्चों को पढ़ाने में अपनी अहम भूमिका का निर्वहन कर सकें। उन्होंने कहा कि इससे न केवल बच्चों को निशुल्क कोचिंग और टयूशन मिलेगी अपितु शिक्षा विद्धों और सेवानिवृत व्यक्तियों के ज्ञान और अनुभव से बच्चों का सही मार्ग दर्शन भी होगा और स्कूल का परिणाम भी शत प्रतिशत सुनिश्चित होगा। उपायुक्त ने ए.डी.एम को निर्देश दिए की वह असुरक्षित स्कूल भवनों के बारे में व्यक्तिगत रूप से सम्बन्धित ए.डी.एम.ओ से रिपोर्ट लेना सुनिश्चित करें।
उपायुक्त ने बताया कि 70 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्गों और अन्य लोग जो किसी कारणवश आधार कार्ड बनाने से वचिंत रह गए हैं उनकी सुविधा के लिए शिविर लगाकर शीघ्र आधार कार्ड शिविर लगाए जा रहे है। उन्होंने कहा कि 19 जुलाई वीरवार को श्री नैना देवी जी स्थित स्वारघाट बीडीओ कार्यालय में आधार कार्ड बनाने के लिए शिविर लगाया जाएगा जबकि 21 जुलाई शनिवार को घुमारवीं के बीडीओ कार्यालय में तथा 25 जुलाई बुद्धवार को झंडुता में बीडीओ कार्यालय में शिविर का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आधार कार्ड बनाने से वचिंत रहे व्यक्ति इन शिविरों का लाभ उठाकर अपने-अपने आधार कार्ड बनाना सुनिश्चित करें।
उन्होंने बताया कि उपायुक्त कार्यालय में स्थापित सिंगल विंडों में स्वतंत्रता सैनानी, अवार्ड विजेता, विधवाएं, एकल नारी, पूर्व सैनिक, 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांगजनों तथा 80 वर्ष की आयु से ऊपर बुजुर्गों के कार्यों को सिंगल विंडों के तहत प्राथमिकता प्रदान की जाएगी। उन्होंने डीआरडीए के परियोजना अधिकारी को दिशा निर्देश देते हुए कहा कि व्यास प्योर के पंजीकरण के लिए किए जा रहे कार्य में तीव्रता लाए।
उन्होंने ई.ओ नगर परिषद को निर्देश दिए की वह शहर में अतिक्रमण के मामलों पर नियमित रूप से नज़र रखे और निरंतर निरक्षण करते रहे ताकि कोई भी अवैध निर्माण न हो सके। उन्होंने कहा कि बरसात के मौसम में किसी भी प्रकार की प्राकृतिक आपदा के दौरान किए जाने वाले बचाव कार्य के लिए समस्त एस.डी.एम, स्वास्थ्य विभाग व नोडल अधिकारियों की तुरंत प्रभाव से नियुक्त करें तथा उनके नाम और सम्पर्क नं0 भी दर्शाना सुनिश्चित करें ताकि आपदा के दौरान सम्पर्क किया जा सके।
उन्होंने बताया कि आई टी आई स्थित प्रदूषण नियंत्रण केन्द्र में पारदर्शिता लाने के लिए सीसीटीवी कैमरे स्थापित किए जाएंगे। उन्होंने मार्डन रिकार्ड रूम के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि किसी भी व्यक्ति को अपने राजस्व कार्यों को निपटाने के लिए दफतरों के चक्कर न काटने पड़े इसके लिए सभी दस्तावेजी कार्यवाही आॅनलाईन करने के लिए ऐप बनाई जा रही है ताकि राजस्व कार्यों में सरलता लाई जा सके।
इस अवसर पर जिला मे बनाए जा रहे अखिल भारतीय आर्युविज्ञान संस्थान की भूमि की निशानदेही, जलमग्न मंदिरों के स्थानान्तरण करने बारे, शहीद स्मारक निर्माण के लिए सरकारी व गैर सरकारी सदस्यों की समिति बनाने के लिए , गांव की विशेष वशिष्टता बारे इत्यादि विषयों पर भी व्यापक रूप से चर्चा की गई।
बैठक में प्रोवेशनर आईएएस अधिकारी सौम्या झा, ए.डी.एम विनय कुमार,एसडीएम प्रियंका वर्मा, एसडीएम शशि पाल शर्मा, एसी टूडीसी सिद्धार्थ आचार्य, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. वी.के चैधरी जिला परियोजना अधिकारी संजीत सिंह,डी.आर.ओ देवी राम, के अतिरिक्त सभी विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।