( जसवीर सिंह हंस ) हिमाचल प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष राजीव बिंदल के भाजपा की बैठक में आने को लेकर बवाल मच गया है। हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने इस बात को लेकर सवाल उठाए हैं। उल्लेखनीय है कि विधानसभा अध्यक्ष का पद संवैधानिक होता है और इस पद पर बैठने के बाद पदासीन व्यक्ति पार्टी के कार्यक्रमों में नहीं जा सकता। लेकिन राजीव बिंदल सोमवार को मंडी में हुई भाजपा प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक में नजर आए।
ह बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांगड़ा के सांसद शांता कुमार और स्वास्थ्य मंत्री विपिन सिंह परमार के साथ अग्रणी पंक्ति में बैठे हुए नजर आए। गले में पार्टी का आईकार्ड भी लटकाया हुआ था। कांग्रेस ने राजीव बिंदल के पार्टी की बैठक में जाने को लेकर सवाल खड़े किए हैं। हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता विजय पाल सिंह ने इसपर आपति जताते हुए कहा कि संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति को पार्टी के कार्यक्रमों से दूर रहना चाहिए। वहीं दूसरी तरफ भाजपा ने बिंदल के बचाव में कहा है कि वह प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य हैं और जहां मुख्यमंत्री होता है वहां विधानसभा अध्यक्ष भी बैठक में जा सकते हैं, इसमें कोई आपति नहीं है।