बंगाणा उपमंडल की पंचायत धुंदला के गांव ननावीं का जवान जेएंडके के शोपिया में आतंकियों से लोहा लेते शहीद हो गया है। शहीद बृजेश अपने पीछे मां, गर्भवती पत्नी व छह वर्षीय बेटी छोड़ गए हैं। शहीद की पत्नी श्वेता पर तो मानो दुखों का पहाड़ टूट गया है। करवाचौथ व्रत से पहले ही श्वेता का सुहाग उजड़ गया है। जिस दिन श्वेता ने अपने पति की लंबी उम्र के लिए करवाचौथ का व्रत रखना था, उसी दिन शहीद बृजेश का पार्थिव शरीर घर पहुंचेगा। बृजेश की शादी श्वेता निवासी अमरेहड़ा के सन 2009 में साथ हुई थी।
शहीद मां धु्रवी देवी का रो-रोकर बुरा हाल है। शहीद बृजेश के पिता की पहले की मृत्यु हो चुकी है। बता दें कि बृजेश देश की सेवा करने के लिए सन 2003 में 14 पंजाब रेजीमेंट में भर्ती हुआ था। शहीद की श्वेता गर्भवती है, कुछ माह बाद वह बृजेश के दूसरे बच्चे को जन्म देने वाली हैं। बड़ी छह वर्षीय बेटी भी पिता के मौत की खबर सुनकर गमगीन है।
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने सैनिक ब्रिजेश कुमार, जो शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले के सोपोर में उग्रवादियों के साथ मुठभेड़ के दौरान शहीद हो गए थे, की मृत्यु पर शोक व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ब्रिजेश कुमार ने देश की एकता, अखण्डता व सुरक्षा के लिए अपने जीवन का बलिदान दिया। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के वीर जवानों ने देश के खातिर हमेशा से सर्वोच्च बलिदान दिए हैं तथा उनके ये बलिदान देश व प्रदेश के लोगों द्वारा हमेशा याद किए जाएंगे। अपने शोक सन्देश में जय राम ठाकुर ने शोक संतप्त परिवार के प्रति गहरी संवेदनाएं प्रकट की हैं। उन्होंने कहा कि राज्य के लोग इस दुःख की घड़ी में उनके साथ खड़े हैं। उन्होंने दिवंग्त आत्मा की शान्ति के लिए प्रार्थना की।