(JASVIR SINGH HANS )उतराखंड में चुनावी प्रचार के लिए गये हिमाचल प्रदेश मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने केवल बाली संग देहरादून में पत्रकारों को सम्बोंधित किया व सहनस्पुर में एक चुनावी सभा की कल उनका यमनोत्री में भी प्रोग्राम था व वापसी में लौटते वक्त मुख्यमंत्री को नाहन व पांवटा विधानसभा क्षेत्रों में दो दिन के प्रवास के दौरान 14 कार्यक्रमों में शिरकत करनी थी | परन्तु ये सारे प्रोग्राम रद्द करते हुए आज हिमाचल प्रदेश मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह चंडीगढ़ लोट रहे है | मिली खबरों के मुताबिक हुकी पत्नी व पूर्व संसद प्रतिभा सिंह के भतीजे जो की चंडीगढ़ के PGI में मौत हो गयी है व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का पूरा परिवार पहले ही वहा पहुच चूका है |
क्या है पुरे घटनाक्रम
हिमाचल के सीएम वीरभद्र सिंह की पत्नी के भतीजे को सेक्टर-9 में एक बीएमडब्ल्यू कार ने कुचल दिया। यह हादसा सेक्टर-9 में वीरवार सुबह करीब 5 बजे हुआ। इसमें आकांक्ष बुरी तरह से घायल हो गया और अब उसका पीजीआई में ईलाज चल रहा है। उसके सिर, पैरों पर गंभीर चोटें आई हैं। पुलिस ने कार व चालक की पहचान कर ली है और उसकी तलाश में छापेमारी की जा रही है। बताया जा रहा है कि गाड़ी चढ़ाने वालों में से एक पंजाब के पूर्व मंत्री का पड़पोता हरमहताभ सिंह उर्फ फरियाद है। पुलिस ने दोनों आरोपियों बलराज रंधावा और फरियाद के खिलाफ केस दर्ज कर लिया हैं।
पुरानी रंजिश के तहत किया गया हमला
आकांक्ष वीरभद्र की पत्नी प्रतिभा के भाई का लड़का है। वीरभद्र का परिवार आकांक्ष से मिलने के लिए पीजीआई पहुंच चुका है। सूत्रों की मानें तो आरोपियों को दबोचने के लिए खुद सीएम ने प्रशासन के बड़े अधिकारियों से बात की है। वीरभद्र सिंह के साले का बेटा आकांक्ष सेन सेक्टर 9 में बूम बॉक्स कैफे चलाते है। वीरवार सुबह घर के पास ही एक चंडीगढ़ नंबर की बीएमडब्ल्यू कार के चालक ने आकांक्ष पर बीएमडब्ल्यू चढ़ा दी और फरार हो गया। पुलिस को दी शिकायत में परिजनों ने पुरानी दुश्मनी के चलते आकांक्ष सेन पर जानबूझ कर गाड़ी चढ़ाने की शिकायत दी है।
पुलिस द्वारा की जा रही है छापेमारी
आरोपियों को पकड़ने के लिए चंडीगढ़ पुलिस ने लुधियाना रोड में एक-दो जगह पर छापेमारी की। रात तक छापेमारी चलती रही, लेकिन युवकों का कोई सुराग नहीं लगा। वहीं, पुलिस पार्टी में आए युवकों से पूछताछ कर सकती है, ताकि हमलावरों के बारे में सुराग हासिल हो सके। डी.एस.पी. सेंट्रल ने बताया के आरोपियों की पहचान हो चुकी है और उन्हें पकड़ने के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है। पुरानी रंजिश के कारण यह हमला हुआ है और हमने धारा 302 के तहत मामला दर्ज कर लिया है अभी तक आरोपी और गाड़ी पुलिस के हाथ नहीं लगे पर आशा है कि हम जल्दी ही उन तक पहुंच जाएंगे।
आकांक्ष की हालत गंभीर
वहीं पीजीआई में जख्मी आकांक्ष का हाल-चाल पूछने आए वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य ने कहा के यह सिर्फ एक्सीडेंट नहीं है बल्कि सोचा समझा मर्डर प्लान है। इस समय आकांक्ष बहुत ही गंभीर हालत में है। चंडीगढ़ पुलिस ने अभी तक सिर्फ एफ.आई.आर. ही दर्ज की है और आरोपियों के राजनैतिक संबंध होने के कारण सही तरीके से कार्यवाही अभी तक नहीं हो रही। हालांकि हमने हिमाचल सरकार की तरफ से राज्यपाल महोदय और आई जी के साथ भी इस मामले में बातचीत की है। हम इस मामले को दिल्ली तक लेकर जाएंगे और यह सुनिश्चित करेंगे के आरोपी देश छोड़कर बाहर भाग जाने में सफल ना हो पाए। इतनी बड़ी घटना का चंडीगढ़ में होना चंडीगढ़ में कानून व्यवस्था के ऊपर सवाल खड़ा करता है।