मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज राज्य सरकार के चालकों के विशेष वेतन को 800 रुपये से बढ़ाकर 1000 रुपये करने की घोषणा की। इस घोषणा से चालकों को प्रतिवर्ष 2400 रुपये का वित्तीय लाभ होगा। इसके अतिरिक्त उन्होंने वर्दी भत्ते को 200 रुपये से बढ़ाकर 300 रुपये करने की घोषणा भी की। उन्होंने कहा कि वित्त विभाग को पहले ही चालकों और परिचालकों के लम्बित चिकित्सा और यात्रा भत्ते के बिलों का भुगतान करने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री सुन्दरनगर में सरकारी और अर्धसरकारी चालकों और हिमाचल प्रदेश क्लीनर फैडरेशन के सेमीनार में बोल रहे थे। उन्होंने ऐसे बुलडोजर, जेसीवी और प्लांट मशीन आदि चलाने वाले चालकों, जिन्हें उनकी सेवा अवधि के दौरान किसी भी पदोन्नति का लाभ प्राप्त नहीं हुआ है, को दो विशेष वेतन वृद्धि देने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार द्वारा कर्मचारियों के कल्याण का विशेष ध्यान रखने के साथ-साथ उनकी विभिन्न मांगों को समय-समय पर पूरा किया जा रहा हैं। उन्होंने कहा कि केवल पांच महीनों की अल्प अवधि में सरकार ने वित्तीय बाधाओं के बावजूद कर्मचारियों के कल्याण के लिए काम किया है।
उन्होंने आशा व्यक्त की कि कर्मचारी जो सरकारी की रीढ़ की हड्डी हैं, राज्य को समृद्धि और विकास के रास्ते पर आगे बढ़ाने के लिए सरकार को पूर्ण सम्पर्ण और ईमानदारी से सहयोग प्रदान करेंगे। मुख्यमंत्री ने ज़ोर देकर कहा कि एक नई कार्य संस्कृति विकसित की जानी चाहिए, जहां सभी को समाज और राष्ट्र के सुधार की जिम्मेदारियों को पूरा करने के लिए स्वयं को समर्पित करना चाहिए।
सांसद रामस्वरूप शर्मा और विधायक राकेश जम्वाल ने भी इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त किए। शहरी विकास मंत्री सरवीण चौधरी, स्वास्थ्य मंत्री विपीन सिंह परमार तथा विधायक इन्द्र सिंह गांधी भी इस अवसर पर उपस्थित थे। फैडरेशन के अध्यक्ष उमेश शर्मा ने मुख्यमंत्री को विभिन्न मांगों बारे अवगत करवाया। इसके उपरान्त, मुख्यमंत्री ने 2 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाली बहाव सिंचाई योजना ‘जराल-जुगहन’ की आधारशिला रखी।