(धनेश गौतम) देव श्रीबड़ा छमाहूं के मंदिर दलयाड़ा गांव को जाने बाली सड़क अब पांच वर्षों बाद बहाल होगी। जिला परिषद अध्यक्ष रोहिणी चौधरी ने इस सड़क को बहाल करने का बीड़ा उठाया है। रोहिणी ने कड़ा संज्ञान लिया है और अब सड़क मार्ग बहाल होगा।
रोहिणी ने कहा अब उनके ध्यान में मामला आया है और अब काम पूर्ण होगा। अब लोग देव श्रीबड़ा छमाहूं के मंदिर के दर्शन कर पाएंगे श्रद्धालु और लोगों को जहां सुविधा मिलेगी वहीं ग्रामीणों को भी लाभ होगा।दलयाडु के विरोध का रोहिणी ने साथ दिया है और अब मार्ग बहाल होगा। गौर रहे कि गांव के लोगों ने सरकार के विरोध का एक नया तरीका निकाला था तथा सड़क बहाली को चंदा उगाही का काम शुरू किया था। इसके बाद गांव के ब्राह्मण समुदाय के लोगों ने धोती लगाकर चंदा मांगने की योजना बनाई थी।
ग्रामीणों ने दानी सज्जनों से अपील की थी कि बंजार विस् क्षेत्र की कोटला व चकुठा पंचायत के मध्य स्तिथ देव श्रीबड़ा छमाहूं के मुख्य मंदिर को जाने बाली सड़क बहाली को स्वेच्छा अनुसार चंदा देने की कृपा करें। खासकर दलयाड़ा गांव के दलयाडु जो बाहर रहते हैं और अच्छे अच्छे पदों पर विराजमान है इस कार्य में अपना सहयोग दें। कोटली गाड़ से दलयाड़ा व शंशधार मंदिर को जाने बाली यह सड़क पांच वर्षों से बंद पड़ी है। इस सड़क से दलयाड़ा,डोघर,फरीणी, शौहुला,देथला, बागा धार, पटदीं फ़ौघोला आदि के लोग लाभाविंत होते हैं। इसके अलावा मंदिर दर्शन करने बाले लोगों को भी सुविधा मिलेगी।
इस सड़क की बिडंबना यह है कि कोटला तक पूर्व मंत्री सत्य प्रकाश ठाकुर के समय निर्माण शुरू हुआ था। सरकार बदली और उस समय के विधायक खीमी राम शर्मा ने कोटला सड़क मार्ग से लिंक मार्ग मंजूर कर इसे प्राथमिकता के आधार पर लोनिवि में डाल कर निर्माण किया था। लेकिन उसके बाद राजनीति का शिकार हुई। लोगों ने अपनी अपील में लिखा था कि आज इस मार्ग को खीमी राम शर्मा रोड़ के नाम से भी जाना जाता है। शायद आज हमारे राजनीतिज्ञों की मानसिकता यह हो चुकी है कि पूर्व विधायक द्वारा किए कामों में हाथ नहीं लगाना चाहते हैं। इसलिए आप लोगों से अर्ज है कि हमें इस सड़क को बनाए रखने के लिए स्वयं ही आगे आना होगा और आप सभी से सहयोग की अपील है। बहरहाल अब ग्रामीणों को सड़क बहाली के लिए चंदा नहीं मांगना पड़ेगा और जिप अध्यक्ष ने इस सड़क को बहाल करने का जिम्मा लिया है और ग्रामीणों ने रोहिणी का आभार प्रकट किया है।