( धनेश गौतम ) इंडियन माउंटनेरिंग फाउंडेशन की टीम चंद्र भागा चोटी को स्वच्छ कर मनाली लौट आई है। 11 सदस्यों की यह टीम ओएनजीसी के सहयोग से एक जुलाई को मनाली से रवाना हुई थी। दल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत अभियान के तहत हिमालय को स्वच्छ करने का
बेहतर प्रयास किया। दिल्ली से आई आईएमएफ की टीम राजीव रावत के नेतृत्व में चंद्रभाग चोटी पर गई थी।
इस टीम ने एक से 15 जुलाई तक अपना सफाई अभियान चलाया। इस दौरान टीम रोहतांग दर्रे सहित छतडू, बातल, कुंजुम जोत, चंद्रताल झील, ढाका ग्लेशियर के चंद्रभागा की सीबी पीक 13 व 14 को कूड़ा मुक्त किया। टीम लीडर राकेश रावत ने बताया कि एस्वच्छ भारत अभियान के तहत आईएमएफ की टीम ने ओएनजीसी के सहयोग से हिमालय को स्वच्छ करने की पहल की है। उन्होंने बताया कि 15 दिन तक चले इस स्वच्छता अभियान में लगभग 200 बेग कचरा एकत्रित कर मनाली पहुंचाया। अपने अनुभव सांझा करते हुए उन्होंने कहा कि जब वे 18 हजार फ ीट उंचे चंद्रभाग पीक पर पहुंचे तो तापमान माइनस 10 डिग्री चल रहा था। टीम ने बुलंद हौंसलों के साथ स्वच्छता अभियान को अंजाम दिया और बेस कैंप से लेकर चोटी तक लगभग 5 बेग कूड़ा एकत्रित किया।
उन्होंने बताया कि टीम ने स्वच्छता अभियान के दौरान 20 हजार फुट उंचे चंद्रभागा-13 चोटी पर तिरंगे सहित आईएफएफ और ओएनजीसी का झंडा लहराया। उन्होंने बताया कि ओएनजीसी ने हिमालय को स्वच्छ करने का जिम्मा लिया है ताकि पर्वत, चोटी को स्वच्छ किया जाए। टीम लीडर राजीव रावत सहित नंदू मारतौलिया, खीमी राम, ऋषि, संजय शर्मा,लीलाधर सोनू एन गिरी राजेंद्रनाथ सहित प्रभात शामिल रहे। मनाली पहुंचने पर एसडीएम मनाली रमन घरसंगी ने टीम का स्वागत किया। अपने संबोधन में एसडीएम ने कहा कि हिमालय इको सेंस्टीव जोन में आता है इसलिए पीएम के स्वच्छ भारत अभियान के तहत हिमालय पर आईएमएफ द्वारा ओएनजी के सहयोग से चलाया अभियान सराहनीय है। उन्होंने पर्वतारोहियों से आग्रह किया कि हिमालय को साफ व सुथरा बनाए रखें। पर्वतारोही वापसी में कूड़ा कचरा अपने साथ लाएं ताकि चोटियों को स्वच्छ रखा जा सके।












