(नीना गौतम ) लाहुल-स्पीति के सिस्सू में तीन दिन से 1000 से अधिक पर्यटक फंसे पड़े हैं और यहां राशन भी खत्म हो गया है। नोर्थ इंडिया पत्रकार एसोसिएशन के महासचिव जीतेन ठाकुर भी अपनी टीम के साथ
फंसे हैं और उन्होंने बताया कि यहां 1000 से अधिक पर्यटक फंसे पड़े हैं।
उन्होंने बताया कि पागल नाला में भारी मलबा आने से मार्ग बहाल नहीं हो
रहा है। जिस कारण यहां करीब 700 वाहन फंसे हैं जिनमें ट्रक ड्राइवरों के अलावा पर्यटक भी हैं ट्रक ड्राइवरों द्वारा सभी पर्यटकों को खाना खिलाया जा रहा है। लेकिन अब उनके पास भी राशन खत्म होने जा रहा है। उन्होंने बताया कि तीन दिनों से प्रशासन ने पर्यटकों की किसी भी तरह की मदद या खोज खबर नहीं ली।
उधर चंद्रताल में फंसे 127 पर्यटकों को रेस्क्यू कर सुरक्षित काजा पहुंचाया गया है। वहीं ग्रांफू काजा मार्ग पर भी 300 से अधिक पर्यटक फंसे हुए हैं। कृषि मंत्री राम लाल मार्कंडेय खुद काजा में फंस गए हैं और उन्होंने कहा कि राहत कार्य तीव्र गति से चला हुआ है। जल्द ही यातायात बहाल कर दिया जाएगा। उन्होनें बताया कि ग्रांफू से काजा मार्ग 300 से अधिक पर्यटक फंसे है जिन्हे प्राथमिकता के आधार पर निकालने का प्रयास किया जा रहा है। मंत्री ने पहले सुबह स्थानीय प्रशासन के साथ बैठक की। इसमें अवरूद्ध हुए मार्गो को खोलने को लेकर स्थिति की रिपोर्ट ली। इसके साथ ही उन सभी मार्गो के बारे में जानकारी ली जोकि अभी भी बहाल नहीं हो पाए है। सुबह करीब दस बजे मंत्री डा. राम लाल मार्कंडेय ने काजा रेस्ट हाउस से शेगो गांव तक चल रहे बहाली कार्य का निरीक्षण कार्य किया। इस दौरान उन्होंने कार्य में लगे बीआरओ की टीम को दिशा निर्देश दिए।
वहीं हर संभव सहायता राहत कार्य में लगी मशीनरी और स्टाफ को मुहैया करवाने के लिए स्थानीय प्रशासन को आदेश दिए। डा. राम लाल मार्कं डेय ने बताया कि भारी बारिश व बर्फवारी से जिले में करोडों रुपये का नुकसान हो चुका है और मनाली से लेह मार्ग व ग्रांफू. सुमदों मार्ग जगह-जगह अवरुद्ध हो गया है। सड़क मार्ग अवरुद्ध होने के कारण जिले के चंद्रताल,बारालचा,बताल व स्पीति के विभिन्न क्षेत्रो मे सैंकड़ों पर्यटक जगह-जगह फंसे हुए है। मगर सभी पर्यटक सुरक्षित है। चंद्रताल में 127 पर्यटक फंसे हुए थे जिन्हें रेस्क्यू करके काजा लाया जा चुका है।
ग्रांफू से काजा व सुमदों मार्ग हालांकि सीमा सड़क संगठन के अधीन है। बीआरओ के पास मशीनों के आभाव में निजी मशीनरी को सड़क खोलने में लगाया गया है। अभी तक 11 निजी जेसीबी लगाई गई है। देर रात भी मार्ग बहाली को लेकर कार्य चल रहा था। उन्होंने कहा कि लाहुल-स्पीति भारी बारिश और बर्फबारी के कारण पूरी तरह से कट चुका है। लाहुल में छह इंच से अधिक बर्फ गिर चुकी है। इसी वजह से कई पंचायतों का जन जीवन काफी प्रभावित हो चुका है।
यातायात बंद होने के कारण सही नुक्सान का आंकलन करना मुश्किल हो रहा है। उन्होंने कहा कि मटर की 99 फीसदी फसल तैयार हो चुकी है। उधर कुल्लू जिला में भी जनजीवन अस्थ-अयस्थ रहा। भुंतर मेंं सोमवार सुबह हुई मूसलाधार बारिश से कहुधार कांगड़ी नाले ने फिर से आपना रौद्र रूप दिखाया। मकान के कमरे में किराए पर रह रहे किराएदार के तीन बच्चों सहित एक महिला दलदल की चपेट में आ गए। लेकिन लोगों ने होशियारी से कमरे का पिछला दरवाजा तोड़ कर उन्हें सुरक्षित बाहर निकाल दिया।
सैंज बाजार को खतरा सैंज बाजार के सैकड़ों परिवारों की नींद उड़ा दी है। बताया जा रहा है कि पिन पार्वती नदी का जलस्तर इतना बढ़ गया है जिससे सैंज बाजार खतरे की जद में आ रहा है। सैंज के न्यूली में दो दुकाने एक रिहाइशी मकान में दरारें आई है व चार घराट बाढ़ की भेंट चढ़ गए है। पिन पार्वती नदी पर बना पुल भी बाढ़ की भेंट चढ़ा है।