(धनेश गौतम )सीएम ओएसडी चरित्र हनन मामला प्रदेश में पूरी तरह उछल गया है। भाजपा की पूर्व महिला मोर्चा की अध्यक्षा आशा महंत ने जहां सीएम के ओएसडी पर किसी वीडियो को लेकर चरित्र हनन का आरोप लगाया है वहीं पूर्व विधायक एवं पूर्व सांसद महेश्वर सिंह सीएम के ओएसडी के पक्ष में उतरे हैं। महेश्वर सिंह ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए प्रदेश सरकार में हलचल मचा दी है।
महेश्वर सिंह ने अप्रत्यक्ष रूप से हाल में सरकार द्वारा एचपीएमसी के उपाध्यक्ष पद पर मनोनीत राम सिंह पर को कटघरे में खड़ा किया है। उन्होंने कहा है कि हाल ही में जिस खुंठे की ताजपोशी हुई है उसके बाद ही उनके बछड़े उछलने लगे हैं। उन्होंने कहा कि खुंठे की ताजपोशी के बाद बरसात शुरू हो गई है और मेढ़क टर्र-टर्र करने लगे हैं। उन्होंने कहा कि जिस कथातथित नेत्री ने सीएम के ओएसडी पर आरोप लगाए हैं उन्हें विस चुनाव के बाद पार्टी विरोधी कार्य करने के आरोप में पद से भार मुक्त किया है उसी के बाद तिलमिला कर ऐसी बयानबाजी की जा रही है।
उन्होंने कहा कि कहीं उस सीडी का जिक्र तो नहीं जिसमें चुनाव के दौरान उक्त नेत्रियां एक होटल में कांग्रेस प्रत्याशी के साथ मिलकर भाजपा के प्रत्याशी को हराने की साजिश कर रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव के दौरान उक्त नेत्री व दो अन्य भाजपा की नेत्रियां जिसमें एक जिला परिषद की पार्षद भी शामिल है एक होटल में कांग्रेस के प्रत्याशी से मिलने गई थी और वहां पर अपने ही पार्टी के उम्मीदवार को हराने की रणनीति तय की थी।
इसके बाद जब कांग्रेस का प्रत्याशी जीता था तो कांग्रेस की रैली में जीते प्रत्याशी के साथ पहले ढालपुर चौक में उक्त नेत्रियों ने विक्ट्री बनाकर जश्न मनाया और बाद में आखड़ा बाजार में एक भाजपा के नेता के घर अपनी पार्टी के प्रत्याशी की हार की खुशी में जश्न मनाया था। जिसके फोटो भी वायरल हुए थे। उसके बाद पार्टी ने इन्हें पार्टी विरोधी कार्य करने के आरोप में पदमुक्त किया था लेकिन आज एक नेता के इशारे पर जिसे हाल ही में सरकार द्वारा ओहदा दिया गया है उसके इशारे पर मुख्यमंत्री कार्यालय को बदनाम करने की साजिश रची जा रही है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि छोटे लोगों पर करवाई करने से पहले बड़े पर करवाई करें ताकि भविष्य में इस तरह के कार्यों की पुनरावृत्ति न हो।
क्या कहते है महिला नेत्री के पति : सीएम के ओएसडी पर चरित्र हनन का आरोप लगाने बाली महिला नेत्री आशा महंत के पति अश्वनी महंत का कहना है कि जब ज्वालामुखी में वे बैठक में गए तो वहां पर उन्होंने मेरी पत्नी के खिलाफ अभद्र टिप्पणी की थी। उन्होंने किसी सीडी का जिक्र करते हुए मेरी पत्नी पर अभद्र आरोप लगाए थे जिसको लेकर उनमें आपस में काफी देर तक कहा सुनी हुई थी। इसकी शिकायत संगठन मंत्री पवन राणा को की थी और सीडी को लेकर भुंतर पुलिस में शिकायत की थी लेकिन जब कोई भी सुनवाई नहीं हुई तो मीडिया का सहारा लेना पड़ा है।