मुख्यमंत्री ने मूल्य आधारित शिक्षा प्रदान करने के लिये विद्या भारतीय संस्थानों की सराहना की

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( जसवीर सिंह हंस ) मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज शिमला के सरस्वती विद्या मन्दिर विकासनगर में 60 लाख रुपये की लागत से निर्मित ‘चेतराम ज्ञान भवन’ का लोकार्पण किया। इस अवसर पर सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रतिस्पर्धा के इस दौर में यह चिन्ता की बात है कि हमारी शिक्षा प्रणाली में हमारी संस्कृति एवं मूल्य कहीं न कहीं पीछे छूट रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विद्या भारती ने देशभर में 25,000 से अधिक शिक्षण संस्थान स्थापित किए हैं, जो 33 लाख से अधिक विद्यार्थियों को गुणात्त्मक शिक्षा प्रदान कर रहे है। उन्होंने कहा कि भारत में मौजूदा शिक्षा प्रणाली लॉर्ड मैकाले द्वारा स्थापित की गई व्यवस्था पर आधारित है, क्योंकि अंग्रेज भारत में ऐसी शिक्षा प्रणाली चाहते थे, जिसमें सम्मान, संस्कृति व मूल्यों के लिए स्थान न हो और केवल व्यक्ति शिक्षित बने। उन्होंने कहा कि आजादी के 72 वर्ष बाद भी हम इसी शिक्षा प्रणाली को ढो रहे हैं। उन्होंने कहा कि विद्या भारती द्वारा संचालित संस्थानों में उम्मीद की किरण दिखाई देती है, जहां आज भी हमारी समृद्ध संस्कृति एवं परम्पराओं का अनुसरण किया जा रहा है।
श्री जय राम ठाकुर ने कहा कि हमें अपने देश की समृद्ध संस्कृति एवं रीति-रिवाजों के संरक्षण के लिए साथ मिलकर काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को इस प्रकार प्रोत्साहित किया जाना चाहिए ताकि उन्हें अपनी परम्पराओं पर गर्व हो। उन्होंने कहा कि विद्या भारतीय के विद्यार्थी प्रत्येक क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को हाल ही में घोषित बोर्ड परीक्षा परिणामों में बेहतर प्रदर्शन के लिए बधाई दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के सरकारी शिक्षण संस्थानों में शिक्षा का स्तर बढ़ाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार विद्यार्थियों को सर्वोत्तम शिक्षा प्रदान करने के लिए राज्य में 10 आवासीय पाठशालाएं खोलेंगी। उन्होंने कहा कि इसके लिए मौजूदा बजट में 25 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।
मुख्यमंत्री ने सरस्वती विद्या मन्दिर बिलासपुर की कुमारी दीपाली को 12वीं की परीक्षा में 10वां स्थान हासिल करने के लिए सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने के लिए छात्र-छात्राओं को अपनी ऐच्छिक निधि से 31 हजार रुपये की घोषणा की। परिवहन व वन मंत्री श्री गोबिन्द ठाकुर ने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य बड़े स्तर पर समाज की सेवा होना चाहिए ताकि भारत को ‘विश्व गुरू’ बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि विद्या भारती शिक्षा संस्थान विद्यार्थियों को मूल्य आधारित शिक्षा प्रदान करने वाला देश के सबसे बड़े संस्थानों में है। उन्होंने चेत राम ज्ञान भवन के सुदृढ़ीकरण के लिए पांच लाख रुपये की राशि प्रदान करने की घोषणा की।
हिमाचल प्रदेश शिक्षा समिति के संगठन सचिव श्री राजेन्द्र ने इस अवसर पर मुख्यमंत्री तथा अन्यों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि प्रदेशभर में सरस्वती विद्या मन्दिरों द्वारा राज्य के विद्यार्थियों को मूल्य आधारित शिक्षा प्रदान की जा रही है। हिमाचल शिक्षा समिति के अध्यक्ष श्री देवीरूप ने इस अवसर पर धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। इस अवसर पर स्कूली छात्र-छात्राओं ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया। शिक्षा मंत्री श्री सुरेश भारद्वाज, विधायक श्री जे.आर कटवाल, महापौर नगर निगम श्रीमती कुसुम सदरेट, आरएसएस प्रचारक श्री संजीव सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

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