राज्य की आर्थिकी में पशुधन का बहुत बड़ा योगदान है और गांवों में अधिकांश किसानों के परिवारों की आजीविका काफी हद तक इसी पर निर्भर है। यह बात ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज तथा पशु पालन मंत्री वीरेन्द्र कंवर ने आज यहां पशु पालन विभाग तथा हि.प्र. पशुधन और कुक्कुट विकास बोर्ड की 24वीं बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार कृषकों के कल्याण के लिये कृतसंकल्प है। उन्होंने कहा कि पशु पालन विभाग तथा हि.प्र. पशुधन और कुक्कुट विकास बोर्ड राज्य में पशुधन को बढ़ावा देने तथा इसके समुचित विकास के लिये मिलकर कार्य कर रहे हैं।
श्री कंवर ने कहा कि कृत्रिम गर्भाधान प्रणाली को सुदृढ़ किया जाएगा। उन्होंने भ्रूण हस्तांतरण तकनीक पर भी बल दिया। उन्होंने कहा कि पशु पालन कालेज पालमपुर भी विभाग तथा बोर्ड के साथ इस दिशा में मिलकर कार्य करेगा। उन्होंने कहा कि पशुधन के स्वास्थ्य तथा उत्पादन को अभिलेख व डाटा रखने के उद्देश्य से राज्य में पशु संजीवनी योजना को लागू किया जाएगा।
पशु पालन मंत्री ने कहा कि राज्य में ब्रॉयलर हैचरी स्थापित की जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य में दुग्ध उत्पादन बढ़ाने के लिये सेक्स सार्टिड सिमन प्रयोगशालाओं का प्रस्ताव भारत सरकार को भेजा जाएगा। इससे बछड़ियों की ही पैदावार होगी और दूध उत्पादन में गुणात्मक वृद्धि होगी।