राष्ट्रीय गोकुल मिशन के तहत पशु पालकों को देसी नसल की गाओं के पालने व विकसित करने के लिए राष्ट्रीय गोकुल मिशन का शुभारम्भ किया गया है। इस मिशन के तहत उतकृष्ट पशु पालकों को गोपाल रत्न अवार्ड व कामधेनु अवार्ड से 1 जून, 2018 को दिल्ली में वल्र्ड मिल्क डे के अवसर पर पुरस्कृत किया जाएगा यह जानकारी उपनिदेशक पशु स्वास्थ्य/प्रजनन विनोद कुंदी ने दी। ।
उन्होंने बताया कि भारत में देसी नस्ल की गायों का देश की अर्थव्यवस्था में एक अहम किरदार है परन्तु इन पशुओं की संख्या दिन प्रति दिन घटती जा रही है। उनका दौहन भी उनकी क्षमता से नीचे हो रहा है। उन्होंने बताया कि इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए भारत सरकार ने राष्ट्रीय मिशन गोकुल मिशन की शुरूआत दिसम्बर, 2014 में की गई है।
उन्होंने बताया कि इस मिशन का मुख्य उद्ेश्य देसी नसल को सम्भालना व विकसित करना है। उन्होंने बताया कि इस मिशन में पशु पालक इस बारे प्रेरित करने के लिए दो प्रकार के पुरस्कार गोपाल रत्न अवार्ड और कामधेनु अवार्ड दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि गोपाल रत्न अवार्ड उन पशु पालकों को दिया जाएगा जो की देसी नसल के पशुओं को रखेगा और उनका रखरखाव वैज्ञानिक तरीके से करेगा। कामधेनु अवार्ड किसी भी किसान/सोसाइटी/गोशाला को दिया जाएगा जो देसी नसल के दुधारू पशुओं के झूड़ को वैज्ञानिक तरीके से रखेगा।
उन्होंने बताया कि गोपाल रत्न अवार्ड के तहत पूरे उत्तर पूर्वी पहाड़ी राज्यों में ज़िला बिलासपुर के पशु पालक कविता गुप्ता, पत्नी आदर्श गुप्ता, प्लाट न. 32-33 उद्यौगिक एरिया बिलासपुर को प्रथम पुरस्कार पांच लाख रूपए नकद प्रशस्ति पत्र, ट्राफी और आदर्श गुप्ता पुत्र नन्द प्रकाश बोरा, गांव व डाकघाना नौआ, तहसील सदर ज़िला बिलासपुर को तीसरा स्थान प्राप्त करने पर एक लाख रूपए नकद, प्रशस्ति पत्र, ट्राफी तथा पशु पालन विभाग में कार्यगत शल्य चिकित्सक डाॅ. राम सरूप बैटरनरी पोली कलिनिक को आरजीएम वैस्ट फील्ड बैटरनैरियन का दूसरा स्थान प्राप्त करने पर 21,000 रूपए नकद, प्रशस्ति पत्र, ट्राफी के साथ 1 जून, 2018 को दिया जाएगा।